धौनी को लेकर कोहली ने बोली दी ये बड़ी बात, सुनकर चौंक जाएंगे आप
लंदन पहुंचते ही कोहली ने सबको चौंकाया। धौनी को लेकर बोल दी बड़ी बात।
लंदन, जेएनएन। भारतीय कप्तान विराट कोहली ने गुरुवार को यहां चौंकाने वाला बयान दिया है। कोहली ने कहा है कि उनकी टीम का निचला मध्यक्रम मजबूत हुआ है और इससे महेंद्र सिंह धौनी पर से मैच फिनिश करने का दबाव कम हुआ है।
कोहली एंड टीम एक जून से शुरू होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी में भाग लेने के लिए सुबह यहां पहुंची। लेकिन कोहली का ये बयान चौंकाने वाला है, क्योंकि जेदार जाधव और हार्दिक पांड्या को भारतीय टीम में अपनी जगह पक्की किए हुए अभी लगभग-लगभग एक साल छह महीने ही हुए हैं और इस दौरान भारतीय टीम ने ज़्यादा टेस्ट मैच ही खेले हैं।
हालांकि इन दोनों ही खिलाड़ियों ने टीम इंडिया को कई मौकों पर मैच भी जिताए हैं। कोहली का ये कहना कि इन दोनों खिलाड़ियों ने धौनी का बोझ कम कर दिया है, थोड़ा जल्दबाज़ी भरा बयान है। कोहली ने कहा, ‘हम अपने निचले मध्यक्रम के योगदान को मजबूत करना चाहते थे। बीते दो साल में धौनी पर काफी दबाव आ गया था। हमें ऐसा ही लगा। वह खुद को इतना अभिव्यक्त नहीं कर पा रहे थे, क्योंकि ऐसे ज्यादा खिलाड़ी नहीं थे जो उनके साथ मैच फिनिश करने का संयम दिखाते।’
उन्होंने यहां पहुंचने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘लेकिन जाधव और हार्दिक के पारी के उस हिस्से में अच्छा करने से हमारी टीम सचमुच अच्छी तरह मजबूत हुई है। इससे हमें काफी संतुलन मिलेगा। इसलिए हमें इस विभाग में सुधार की जरूरत थी। इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज ने हमारे लिए सचमुच इसे पक्का कर दिया। इसलिए हम इस टूर्नामेंट से पहले काफी अच्छी स्थिति में हैं।’ उन्होंने कहा कि भारतीय टीम काफी संतुलित टीम है, लेकिन उन्हें आगामी टूर्नामेंट में रणनीति के हिसाब से अच्छी तरह से खेलना होगा जिससे उनके भाग्य का फैसला होगा।
धमाका परेशान करने वाला, लेकिन चैंपियंस ट्रॉफी अहम
भारतीय कप्तान कोहली ने मैनचेस्टर धमाके पर चिंता व्यक्त की, लेकिन इससे उनका क्रिकेट पर ध्यान कम नहीं हुआ है और चैंपियंस ट्रॉफी उनके लिए काफी अहम है। पिछला चैंपियन भारत चैंपियंस ट्रॉफी में अपने अभियान की शुरुआत चार जून को बर्मिंघम में चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ शुरू करेगा, जो मैनचेस्टर से 100 मील से भी कम दूरी पर है।
उन्होंने कहा, ‘यहां कुछ दिन पहले जो कुछ हुआ, वह काफी दुखद और चिंताजनक था। खासतौर पर इंग्लैंड जैसी जगह पर, जहां कम से कम बीते समय में इस तरह की घटनाएं ज्यादा नहीं हुई है। कुछ लोगों के लिए यह नर्वस करने वाला हो सकता है। लेकिन मुझे नहीं लगता कि बतौर टीम आपके पास इन चीजों के बारे में सोचने का समय है क्योंकि आप समझते हो कि आप यहां टूर्नामेंट में खेलने के लिए आए हैं।’ उन्होंने कहा कि खिलाड़ी चारों ओर कड़ी सुरक्षा के बावजूद नर्वस नहीं हैं।