इस बार बदल गया सब कुछ, विराट इस अंदाज में जाने वाले हैं वेस्टइंडीज
वेस्टइंडीज के खिलाफ अपने टेस्ट करियर की शुरुआत करने वाले विराट इस बार कप्तान के तौर पर वेस्टइंडीज जा रहे हैं। इस बार विराट पर दोहरा दवाब रहेगा।
नई दिल्ली। विराट कोहली अपने करियर में दूसरी बार टेस्ट सीरीज खेलने वेस्टइंडीज जा रहे हैं। इस बार विराट महज एक खिलाड़ी की हैसियत से नहीं एक कप्तान के तौर पर वहां जा रहे हैं। यानी भारतीय टेस्ट टीम के कप्तान के तौर पर ये उनका पहला वेस्टइंडीज दौरा होगा। खिलाड़ी के तौर पर जब विराट पहली बार वेस्टइंडीज दौरे पर टेस्ट सीरीज खेलने गए थे तो उनका प्रदर्शन उतना प्रभावशाली नहीं रहा था मगर इस बार बात बिल्कुल अगल है। उन्हें इस दौरे पर खुद को एक खिलाड़ी और एक कप्तान के तौर पर भी साबित करने की बड़ी जिम्मेदारी होगी।
ऐसा रहा था विराट का पहला वेस्टइंडीज दौरा
विराट कोहली ने वर्ष 2011 में अपने टेस्ट करियर की शुरुआत की थी। उनके टेस्ट करियर की शुरुआत वेस्टइंडीज के खिलाफ ही हुई थी और वो भी वेस्टइंडीज में ही। वहां उन्होंने चार टेस्ट मैचों की सीरीज धौनी की कप्तानी में खेली थी। वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट में उन्होंने 4, 15, दूसरे टेस्ट में 0, 27, तीसरे मैच में 30 और चौथे टेस्ट मैच में 52 और 63 रन की पारी खेली थी। रनों के लिहाज से ये सीरीज उनके लिए कुछ खास नहीं रहा था। हालांकि चौथे टेस्ट में उन्होंने संभलकर बल्लेबाजी करते हुए दोनों पारियों में अर्धशतक लगाया था।
इस बार है शानदार मौका
कोहली इस वक्त शानदार फॉर्म में हैं। ऐसे में उनके पास इस वेस्टइंडीज दौरे पर एक बल्लेबाज के तौर पर खुद को साबित करने का बेहतरीन मौका रहेगा साथ ही एक टेस्ट कप्तान के तौर पर उन्होंने महज कुछ ही मैचों में अपनी कुशलता साबित की है। ऐसे में अगर वेस्टइंडीज में वो इस टेस्ट सीरीज को जीतने में कामयाब हो जाते हैं तो उनकी गिनती सफल कप्तानों में जरूर होने लगेगी।