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ग्रामीणों ने किया मतदान का बहिष्कार

लोकसभा के महासमर में नेताओं तथा विकास कार्य न होने से खफा लोगों ने मतदान का बहिष्कार कर दिया है। शाहजहांपुर के तीन बूथ के साथ ही मुरादाबाद तथा संभल में भी मतदाता वोट डालने नहीं जा रहे हैं। शाहजहांपुर के कटरा के बूथ संख्या 66, हरदेनी के बूथ संख्या 54, रैरैना गांव के बूथ 11 के अलावा भावपुर तथा तिलहर के बुढनापुर

By Edited By: Published: Thu, 17 Apr 2014 11:51 AM (IST)Updated: Thu, 17 Apr 2014 03:41 PM (IST)
ग्रामीणों ने किया मतदान का बहिष्कार

लखनऊ। लोकसभा के महासमर में नेताओं तथा विकास कार्य न होने से खफा लोगों ने मतदान का बहिष्कार कर दिया है। शाहजहांपुर के तीन बूथ के साथ ही मुरादाबाद तथा संभल में भी मतदाता वोट डालने नहीं जा रहे हैं।

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शाहजहांपुर के कटरा के बूथ संख्या 66, हरदेनी के बूथ संख्या 54, रैरैना गांव के बूथ 11 के अलावा भावपुर तथा तिलहर के बुढनापुर में मतदातओं ने चुनाव बहिष्कार कर दिया है। यहां अभी तक प्रशासन के अधिकारी इनको मनाने में लगे हैं। तिलहर के बूथ संख्या 260 पर 10:15 बजे मतदान शुरू हो गया। इसके अलावा संभल तथा मुरादाबाद में लोगों ने मतदान के बहिष्कार का निर्णय लिया है।

ग्रामीणों ने किया मतदान का बहिष्कार

चुनाव के लिए मतदान केंद्र बदलने पर गुस्साए मुरादाबाद लोकसभा क्षेत्र की बढ़ापुर विधानसभा के सैकड़ों ग्रामीणों ने मतदान का बहिष्कार कर दिया है। अफजलगढ़ ब्लाक क्षेत्र की ग्राम पंचायत शाहपुर जमाल से जुड़े ग्राम माननगर, चतरपुर व दल्लीवाला से जुड़े मतदाता पूर्व में प्राथमिक विद्यालय चतरपुर में मतदान करते चले आ रहे थे। मौजूदा चुनाव में मतदान केंद्र को बदलकर शाहपुर जमाल स्थानांतरित कर दिया गया। चतरपुर व दल्लीवाला के ग्रामीणों के बीच इसको लेकर गुस्सा है। मतदान केंद्र बदले जाने से ग्रामीणों को तीन किलोमीटर दूर मतदान केंद्र तक जाना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने एक दिन पूर्व ही चेतावनी दी थी कि अगर पुराना मतदान केंद्र बहाल नहीं किया गया तो वह चुनाव का बहिष्कार करेंगे। प्रशासनिक अधिकारियों ने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया लेकिन बात नहीं बनी। गुरुवार सुबह यहां के लोगों ने मतदान का बहिष्कार कर दिया। एसडीएम अंजुलता का कहना है कि टीम भेजकर ग्रामीणों को समझाया जा रहा है कि वे अपने मताधिकार का प्रयोग करें।

बरेली में भी मतदान का बहिष्कार

विभिन्न जनसमस्याओं को लेकर में मीरगंज के एक गांव के ग्रामीणों ने मतदान का बहिष्कार कर दिया। स्थानीय अधिकारियों के समझाने पर भी ग्रामीण पोलिंग बूथ पर जाने से इन्कार कर दिया। सूचना जब जिला प्रशासन को मिली तो हड़कंप मच गया। एसडीएम सहित विभिन्न पार्टियों के नेता भी मौके पर पहुंच गए। काफी देर मानमनौवल के बाद ग्रामीण मतदान के लिए तैयार हुए। इसके चलते गांव के बूथ पर लगभग सात घंटे देरी से वोटिंग शुरू हो सकी।

सैंजना ग्राम पंचायत के मजरा गौटिया के संपर्क मार्ग के समीप नाला है। बारिश के मौसम में यह नाला उफन जाता है और गांव में जलभराव की समस्या पैदा हो जाती है। दरअसल, जो नाले के पास पुलिया है वह छोटी है, इस कारण यह स्थिति पैदा होती है। इस नाले से कई गांवों की जलनिकासी जुड़ी हुई है। इसी पुलिया के निर्माण की मांग को लेकर ग्रामीणों ने मतदान का बहिष्कार कर दिया। ग्रामीणों को मनाने एसडीएम पुष्पा देवरार और मीरगंज नगर पंचायत के चेयरमैन योगेंद्र गुप्ता, डॉ. डीसी वर्मा समेत कई स्थानीय नेताओं के साथ गांव पहुंचे। करीब एक घंटे तक चली वार्ता के बाद ग्रामीण वोट डालने के लिए राजी हुए। इसके बाद अपराह्न 12:40 बजे से मतदान शुरू हो सका।

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