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जन धन खाता खुलवाने में शहरों से आगे गांव

बैंक खाता खुलवाने के लिए गांवों में गजब का उत्साह है। प्रधानमंत्री जन धन योजना (पीएमजेडीवाई) के तहत अब तक लगभग साढ़े छह करोड़ बैंक खाते खुले हैं। इनमें आधे से अधिक खाते ग्रामीण क्षेत्रों में हैं। खास बात यह है कि उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे बीमारू राज्यों के गांव बैंक खाते खुलवाने में शहरो

By Sanjay BhardwajEdited By: Published: Tue, 28 Oct 2014 10:16 PM (IST)Updated: Tue, 28 Oct 2014 10:37 PM (IST)
जन धन खाता खुलवाने में शहरों से आगे गांव

नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। बैंक खाता खुलवाने के लिए गांवों में गजब का उत्साह है। प्रधानमंत्री जन धन योजना (पीएमजेडीवाई) के तहत अब तक लगभग साढ़े छह करोड़ बैंक खाते खुले हैं। इनमें आधे से अधिक खाते ग्रामीण क्षेत्रों में हैं। खास बात यह है कि उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे बीमारू राज्यों के गांव बैंक खाते खुलवाने में शहरों की अपेक्षा काफी आगे हैं।

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वित्त मंत्रालय के अनुसार पीएमजेडीवाई के तहत हर दिन औसतन एक लाख से अधिक बैंक खाते खुल रहे हैं। 22 अक्टूबर तक सर्वाधिक बैंक खाते उत्तर प्रदेश में 1.12 करोड़ खुले हैं। इसमें ग्रामीण क्षेत्र में 70 लाख तथा शहरी क्षेत्र में 42 लाख खाते खुले हैं। इसी तरह बिहार में 41.65 लाख बैंक खाते खुले हैं। पीएमजेडीवाई लांच होने से अब तक झारखंड में भी इस योजना के तहत 14 लाख से अधिक बैंक खाते खुले हैं।

मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि यह अच्छा संकेत है कि बीमारू राज्यों में बैंक खाते खुलने की रफ्तार अधिक है। ये निम्न आय श्रेणी वाले राज्य हैं। इसलिए यहां अधिकाधिक संख्या में लोगों का बैंकिंग तंत्र से जुड़ना अच्छा संकेत है।

2011 की जनगणना के अनुसार बिहार में मात्र 44 प्रतिशत परिवारों को ही बैंकिंग सुविधा प्राप्त थी। यही हाल झारखंड और पश्चिम बंगाल का था, जहां आजादी के छह दशक बाद भी आधी आबादी को बैंकिंग सुविधा उपलब्ध नहीं हुई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पीएमजेडीवाई की घोषणा 15 अगस्त को की थी। 28 अगस्त से इसका शुभारंभ हुआ। मोदी ने उस समय कहा था कि यह योजना आर्थिक छूआछूत मिटाने की दिशा में अहम कदम साबित होगी। मंत्रालय के अनुसार पीएमजेडीवाई के तहत 22 अक्टूबर तक 4,813.59 करोड़ रुपये जमा हो चुके हैं। सरकार ने जन धन योजना के तहत अगले साल 26 जनवरी तक 7.5 करोड़ बैंक खाते खोलने का लक्ष्य रखा था। इसे बढ़ाकर अब 10 करोड़ किया जा रहा है।

राज्य ग्रामीण शहरी

उप्र 70,67,405 42,18,301

बिहार 29,53,860 12,11,624

उत्तराखंड 5,22,469 2,77,450

हरियाणा 10,43,854 9,16,570

पंजाब 15,53,163 10,79,537

झारखंड 9,11,740 , 4,99,759

बंगाल 30,78,861 , 15,58,273

कुल

उत्तर प्रदेश - 1,12,85,706

बिहार - 41,65,484

उत्तराखंड - 7,99,919

हरियाणा - 19,60,424

पंजाब - 26,32,700

झारखंड - 1,411,499

बंगाल - 4,637,134

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