उत्तराखंड आपदा पीड़ित को मिला सरकारी राहत का चेक बाउंस
केदारघाटी में लापता पौड़ी जिले के एक टूरिस्ट गाइड की पत्नी को सरकार की तरफ से मिला पांच लाख रुपये का आर्थिक सहायता का चेक बैंक ने खाते में पर्याप्त धनराशि न होना बताकर बैरंग लौटा दिया। हालांकि, पौड़ी के जिलाधिकारी खाते में रकम न होने की बात से इत्तेफाक नहीं रखते, उन्होंने कहा कि मामले को दिखवाया जाएगा।
ऋषिकेष। केदारघाटी में लापता पौड़ी जिले के एक टूरिस्ट गाइड की पत्नी को सरकार की तरफ से मिला पांच लाख रुपये का आर्थिक सहायता का चेक बैंक ने खाते में पर्याप्त धनराशि न होना बताकर बैरंग लौटा दिया। हालांकि, पौड़ी के जिलाधिकारी खाते में रकम न होने की बात से इत्तेफाक नहीं रखते, उन्होंने कहा कि मामले को दिखवाया जाएगा।
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पौड़ी जिले के ग्राम सीला यमकेश्वर निवासी 32 वर्षीय हरेंद्र सिंह (हाल निवास शांतिनगर ऋषिकेश) जून के महीने में ऋषिकेश से यात्रियों के दल को लेकर केदारनाथ गया था। 16-17 जून को केदारनाथ में आई आपदा के बाद दल में शामिल 60 यात्रियों में से किसी का भी पता नहीं चला। हरेंद्र भी लापता लोगों में शामिल है। इस बीच, घोषित नीति के तहत हरेंद्र को मृत की श्रेणी में शामिल करते हुए सरकार ने उसके परिवार को पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने का निर्णय लिया।
राज्य सरकार की ओर से आठ अगस्त, 2013 को जिलाधिकारी पौड़ी के स्तर से हरेंद्र की पत्नी राधा देवी के नाम से बना पांच लाख रुपये का चेक जारी किया गया। स्टेट बैंक ऑफ पटियाला पौड़ी शाखा से जारी अकाउंट पे ये चेक राधा देवी ने अपने खाते में जमा कराया। काफी दिनों तक खाते में उक्त रकम न पहुंचने पर राधा देवी ने बैंक में खोजबीन की, लेकिन कुछ पता नहीं चला।
इस बीच 29 अगस्त को बैंक की ओर से यह चेक राधा देवी को बैरंग लौटा दिया गया। बैंक ने वापसी के कारणों का उल्लेख करते हुए बताया कि खाते में पर्याप्त रकम न होने के कारण ऐसा किया जा रहा है। इसका पता चलने पर लापता टूरिस्ट गाइड की पत्नी अवाक रह गई।
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