यूपी होगा वालमार्ट इंडिया के निवेश का नया ठिकाना, प्रदेश में खोलेगी 10 से 15 नए स्टोर
बुधवार को प्रदेश की राजधानी लखनऊ में होने जा रही इन्वेस्टर मीट में कंपनी की इन योजनाओं का औपचारिक ऐलान होगा।
नई दिल्ली [नितिन प्रधान ]। रिटेल के अमेरिकी दिग्गज वालमार्ट की भारतीय इकाई वालमार्ट इंडिया के लिए उत्तर प्रदेश देश में निवेश का नया ठिकाना होगा। कंपनी ने प्रदेश में दस से पंद्रह नए स्टोर खोलने की योजना बनायी है। इतना ही नहीं कंपनी ने देश भर में अपने स्टोर के जरिए बिक्री के लिए राज्य को खाद्य और गैर खाद्य उत्पादों के भंडारण का मुख्य केंद्र बनाने का फैसला भी किया है।
खाद्य व गैर खाद्य उत्पादों के भंडारण का बड़ा केंद्र बनेगा उप्र
बुधवार को प्रदेश की राजधानी लखनऊ में होने जा रही इन्वेस्टर मीट में कंपनी की इन योजनाओं का औपचारिक ऐलान होगा। हालांकि अपनी इस निवेश योजना के लिए प्रदेश सरकार के साथ कंपनी ने एमओयू पर हस्ताक्षर दो दिन पहले ही किये हैं। सम्मेलन में एमओयू दस्तावेजों का आदान प्रदान होगा। कंपनी कैश एंड कैरी स्टोर के जरिए छोटे किराना स्टोरों को थोक में विभिन्न खाद्य और गैर खाद्य उत्पादों की बिक्त्री करती है। देश में अभी कंपनी के 18 स्टोर हैं जिनमें से चार उत्तर प्रदेश में हैं। इनमें से एक एक लखनऊ और मेरठ और दो आगरा में हैं।
कंपनी अब अपना दायरा कानपुर, इलाहबाद, गोरखपुर, मुरादाबाद जैसे शहरों में बढ़ा रही है जहां छोटे किराना स्टोरों को थोक सामान की आपूर्ति के विकल्प बेहद सीमित हैं। कंपनी अपने स्टोर के जरिए ऐसे किराना स्टोरों को एक ही छत के नीचे तमाम उत्पादों को उपलब्ध कराती है। कंपनी ने हालांकि अभी यह नहीं बताया है कि वह उत्तर प्रदेश में कितना निवेश करने जा रही है। लेकिन बाजार में उपलब्ध जानकारी के मुताबिक ऐसे एक स्टोर को स्थापित करने में करीब 65 से 90 करोड़ रुपये का खर्च आता है। इस लिहाज से माना जा रहा है कि कंपनी उत्तर प्रदेश में अपने नए स्टोरों पर 750 से 800 करोड़ रुपये खर्च कर सकती है।
उत्तर प्रदेश कंपनी के उत्पादों के भंडारण का प्रमुख स्त्रोत रहा है। आगे भी कंपनी की योजना इसे बढ़ाने की है। कंपनी स्थानीय स्तर पर फिलहाल प्रदेश के किसानों और छोटे निर्माताओं से सालाना लगभग 150 करोड़ के खाद्य व गैर खाद्य उत्पाद खरीदती है। स्थानीय स्तर पर होने वाली खरीद के इस स्तर को वालमार्ट इंडिया का इरादा और बढ़ाने का है। कंपनी के सीनियर वाइस प्रेसीडेंट रजनीश कुमार कहते हैं कि कंपनी का पूरा फोकस किसानों और छोटे निर्माताओं की आमदनी बढ़ाने पर है।
इसके लिए कंपनी कई कार्यक्रम चलाती है जिसमें किसानों को खेती के नए तौर तरीके सीखने में भी मदद करती है। किसानों और उद्यमियों को मदद करने के इस कार्यक्रम में कंपनी का विशेष जोर महिलाओं पर रहता है। यह कार्यक्रम कंपनी वालमार्ट का सुनहरा प्रयास के नाम से चलाती है। कंपनी वर्तमान में प्रदेश में केला और आम की पैदावार बढ़ाने के विशेष प्रयास कर रही है। इसमें किसानों को नई तकनीक उपलब्ध करा रही है ताकि उनकी आमदनी बढ़ सके। कंपनी भी इन किसानों से उनके उत्पादों की खरीद कर उनकी मदद करती है।