वार्ता के लिए भारत आएंगे केरी
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। भारत में नई सरकार के साथ रिश्तों को साधने की कवायद में रणनीतिक वार्ता के लिए अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी 30 जुलाई से एक अगस्त को भारत आएंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सितंबर में प्रस्तावित अमेरिका यात्रा से पहले हो रही रणनीतिक वार्ता में रिश्तों का नया रोडमैप तैयार होना है। भारत में नरेंद्र मोदी के सत्ता स
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। भारत में नई सरकार के साथ रिश्तों को साधने की कवायद में रणनीतिक वार्ता के लिए अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी 30 जुलाई से एक अगस्त को भारत आएंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सितंबर में प्रस्तावित अमेरिका यात्रा से पहले हो रही रणनीतिक वार्ता में रिश्तों का नया रोडमैप तैयार होना है।
भारत में नरेंद्र मोदी के सत्ता संभालने के बाद अमेरिकी विदेश मंत्री का यह पहला दौरा है जिसमें केरी प्रधानमंत्री से भी मुलाकात करेंगे। विदेश मंत्रालय के मुताबिक रणनीतिक वार्ता में दोनों देशों के बीच सुरक्षा, व्यापार, निवेश, विज्ञान-प्रौद्योगिकी, ऊर्जा, पर्यावरण आदि क्षेत्रों पर चर्चा होगी। इसके अलावा दोनों विदेश मंत्रियों के बीच साझा हितों के बहुपक्षीय मुद्दों पर भी चर्चा होनी है। 31 जुलाई को रणनीतिक वार्ता होगी। इसके लिए दोनों देशों के वरिष्ठ अधिकारी भी शिरकत करेंगे।
सूत्रों के मुताबिक सुषमा और केरी के बीच होने वाली पहली उच्च स्तरीय बैठक में अफगानिस्तान के सुरक्षा हालात का मुद्दा एजेंडा में अहम होगा। बीते दिनों अफगानिस्तान में तेज हुए तालिबान के हमलों ने सुरक्षा की नई चिंता खड़ी कर दी है। वहीं हालिया राष्ट्रपति चुनाव में गड़बड़ी को लेकर दोनों उम्मीदवारों के बीच उभरे मतभेदों ने अस्थिरता की चिंताएं भी बढ़ाई हैं।
केरी के इस दौरे को बीते कुछ समय से भारत-अमेरिका रिश्तों में आई सुस्ती को तोड़ने की कोशिश और कारोबारी रिश्तों में तेजी लाने की कवायद माना जा रहा है। अमेरिकी विदेश मंत्री भारत के साथ द्विपक्षीय व्यापार को 2020 तक पांच गुना करने का लक्ष्य कई बार जता चुके हैं।
पढ़ें: भारत को विश्व बैंक से जानकारियां चाहिए न कि डॉलर: मोदी