सलाउद्दीन के अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित होने के बाद उसकी फंडिंग पर पड़ेगा असर- गृह सचिव
पीएम नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुलाकात से ठीक पहले अमेरिका ने आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के सरगना सैयद सलाहुद्दीन को अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित कर दिया।
नई दिल्ली, एएनआई। अमेरिका द्वारा हिजबुल आतंकी सैयद सलाहुद्दीन को अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित किए जाने का भारत ने स्वागत किया है। केंद्रीय गृह सचिव राजीव मेहरिशी ने कहा कि अमेरिका के इस कदम से सलाउद्दीन की फंडिंग और गतिविधियों पर असर पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि अमेरिका का सलाउद्दीन के प्रति ये रुख एकदम सही है। वो एक आतंकी है और इससे पहले भी वो आतंकी घोषित किया जा चुका है। इस घोषणा के बाद हम उम्मीद कर सकते हैं कि उसकी फंडिंग और गतिविधियों पर असर पड़ेगा। वो एक कायर आतंकी है जो पाकिस्तान से भाग चुका है।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुलाकात से ठीक पहले अमेरिका ने आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के सरगना सैयद सलाहुद्दीन को अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित कर दिया। इसके लिए अमेरिका ने कश्मीर में हुए आतंकी हमलों को मुख्य आधार बनाया था।
आतंकी सरगना को मोहम्मद यूसुफ शाह के नाम से भी जाना जाता है। भारत ने अमेरिकी प्रशासन के इस फैसले का स्वागत किया है। अमेरिका के इस फैसले से पाकिस्तान को झटका लगेगा। यह संदेश अंतरराष्ट्रीय जगत में जाएगा कि पाक आतंकी संगठनों को पनाह दे रहा है।
सोमवार की देर रात अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर बताया कि पिछले साल कश्मीर में हुए आतंकी हमलों में सलाहुद्दीन का हाथ था। सैयद सलाहुद्दीन वैसे तो जम्मू-कश्मीर में सक्रिय है, पर रहता पाकिस्तान में है। वहीं से अपनी आतंकी गतिविधि चलाता है। कश्मीर में सेना से मुकाबले के लिए वह बड़े पैमाने पर युवकों को आतंकी बनने का प्रशिक्षण दे रहा है।
उसने 2016 में एलान किया था कि वह कश्मीर समझौता कभी नहीं होने देगा। इसके बाद उसने कश्मीर में कई बम धमाके कराए। अप्रैल 2014 में किए गए हमले में 17 लोग जख्मी हुए थे।
संपत्ति और खाते जब्त
अमेरिका के इस निर्णय के बाद सलाहुद्दीन को अमेरिकी क्षेत्र में निषिद्ध कर दिया गया है। उसकी संपत्ति और बैंक खाते अमेरिका में जब्त माने जाएंगे। वहां के किसी नागरिक से अब वह आर्थिक लेनदेन भी नहीं कर सकेगा।
कौन है सलाहुद्दीन
- भारत सरकार सैयद सलाहुद्दीन को कई आतंकवादी घटनाओं के लिए जिम्मेदार मानती है। भारत ने मई 2011 में पाकिस्तान को 50 मोस्ट वांटेड लोगों की सूची सौंपी थी। इसमें सलाहुद्दीन का भी नाम था।
- जनवरी 2016 में पठानकोट एयरबेस पर हुए हमले की जिम्मेदारी यूनाइटेड जिहाद काउंसिल ने ली थी। इसका प्रमुख सैयद सलाहुद्दीन ही है।
- यूनाइडेट जिहाद काउंसिल दरअसल गुलाम कश्मीर में सक्रिय दर्जन भर से अधिक आतंकवादी संगठनों का गठबंधन है। इन संगठनों में हिजबुल मुजाहिदीन, अल-उमर मुजाहिदीन, तहरीक-उल मुजाहिदीन आदि शामिल हैं।
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