अमेरिका ने मानव तस्करी के मामले में चीन को सबसे खराब देशों की सूची में रखा
अमेरिका का आरोप है कि चीन के शिनजियांग प्रांत के वीगर मुसलमानों से जबरदस्ती काम कराया जाता है।
वाशिंगटन, आइएएनएस। चीन अपनी अर्थव्यवस्था को मजबूत करने का पुरजोर कोशिश कर रहा है, लेकिन इस बीच वो मानव तस्करी जैसे अपराधों पर गंभीर नजर नहीं आ रहा है। मंगलवार को अमेरिका स्टेट डिपार्टमेंट ने एक रिपोर्ट जारी की, जिसमें चीन को मानव तस्करी के मामले में सबसे खराब देशों की सूची में शामिल किया गया है।
चीन के अलावा इस सूची में वेनेजुएला, बेलीज, रूस, उत्तर कोरिया, ईरान और सीरिया जैसे देश भी शामिल हैं। अमेरिका का मानना है कि चीन मानव तस्करी को रोकने के लिए गंभीर प्रयास करता नहीं दिख रहा है। चीन में मानव तस्करी करने वाले बहुत कम लोगों तक ही कानून की हाथ पहुंच रहे हैं। ऐसे में मानव तस्करों के हौसले बुलंद नजर आते हैं।
इस मौके पर अमेरिकी विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने कहा, 'मानव तस्करी मौजूदा समय का सबसे दुखद मुद्दों में से एक है। यह परिवारों को तोड़ता है, वैश्विक बाजारों को विकृत करता है, क़ानून के शासन को नजरअंदाज करता है और अन्य अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक गतिविधियों को बढ़ावा देता है।' यह रिपोर्ट बताती है कि चीन मानव तस्करी से निपटने के लिए गंभीर कदम नहीं उठा रहा है। इसलिए ये अपराध बढ़ता चला जा रहा है। चीन के कुछ क्षेत्रों की स्थिति तो बेहद खराब है।
रिपोर्ट के आधार पर हो सकता है कि चीन को कुछ प्रतिबंधों का सामना करना पड़े। इस मामले में अमेरिका के विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने कहा है चीन की रेटिंग इसलिए कम की गई है, क्योंकि वो मानव तस्करी से निपटने के लिए गंभीर कदम नहीं उठा रहा है। अमेरिका का आरोप है कि चीन के शिनजियांग प्रांत के वीगर मुसलमानों से जबरदस्ती काम कराया जाता है। यहां लोगों से बंधुआ मजदूरी कराई जाती है। हालांकि स्थानीय सरकार ने एक नोटिस जारी करके यह दावा किया है कि इसे पूरी तरह से बंद किया जा चुका है।
रिपोर्ट की प्रस्तुति के मौके पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की बेटी इवांका ट्रंप भी मौजूद थी। इवांका राष्ट्रपति के सलाहकार सदस्यों में से एक हैं। उन्होंने कहा कि उनकी प्राथमिकताओं में से एक मानव तस्करी के खिलाफ लड़ाई भी है, जो दुनिया भर में करीब 20 मिलियन लोगों को प्रभावित करता है।
इसे भी पढ़ें: मसाज पार्लर की आड़ में देह का धंधा, यूपी व दिल्ली की होती थी लड़कियां