कांग्रेस ने सरकार को दी 2 महीने में अगस्ता पर सच्चाई सामने लाने की चुनौती
कांग्रेस नेता गुलाम नबी आज़ाद ने कहा कि सरकार अब अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी हेलीकॉप्टर घोटाला मामले में धमकाना बंद करे और दो महीने के भीतर जांच पूरी कर सच्चाई लोगों के सामने लाए।
नई दिल्ली, प्रेट्र : कांग्रेस ने मोदी सरकार को चुनौती दी है कि वह धमकी देने के बजाय दो महीने में अगस्ता वेस्टलैंड सौदे की सच्चाई सामने लाए। साथ ही पार्टी के खिलाफ झूठे प्रचार करना बंद करे।
राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने शुक्रवार को संवाददाताओं से कहा कि अगर सरकार में हिम्मत है तो वह अगले दो महीने में संसद के मानसून सत्र तक सच्चाई सामने ले आए। उन्होंने कांग्रेस और पार्टी नेतृत्व पर हो रहे हमलों पर सवाल दागा कि अगर कांग्रेस-यूपीए और उसके नेतृत्व के पास कुछ छिपाने के लिए होता तो क्या वह सच्चाई को सामने लाने के लिए इतने कदम उठाते। प्रधानमंत्री मोदी और केंद्र सरकार पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि पूरी सरकार को कांग्रेस को निशाना बनाने के लिए कहा गया है।
आजाद ने कहा कि उनके पास पूरी सरकार है। उनके साथ सीबीआइ, रॉ और ईडी है। वह क्यों नहीं पता कर पा रहे कि कौन दोषी है और किसने पैसे लिए हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी ने उनके बयान पर उनके खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लाने की धमकी दी है। उल्लेखनीय है कि आजाद ने कहा था कि यूपीए ने फिनमेकानिका को ब्लैकलिस्ट किया था।
ED ने अगस्ता वेस्टलैंड साैदे के सभी आरोपियों की पहचान की, भेजेगा समन
यह पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस संसद में इस मुद्दे पर बहस के लिए तैयार है, आजाद ने कहा कि हम हर तरह की चर्चा के लिए तैयार हैं। हमारे पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है। हम सरकार से सच्चाई का जल्द पता लगाने की मांग कर रहे हैं।
हेलीकॉप्टर सौदे में कांग्रेस के सुरक्षा से समझौता करने के भाजपा के आरोप पर उन्होंने कहा कि क्या राष्ट्रीय सुरक्षा से तब समझौता नहीं किया गया था जब वाजपेयी की सरकार थी और खूंखार आतंकियों को तत्कालीन विदेश मंत्री खुद कंधार छोड़ने गए थे। राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ तब समझौता होता है जब रक्ष विभाग की फाइलें कुछ खास टीवी चैनलों को दे दी जाती हैं।
पार्टी प्रवक्ता आरपीएन सिंह ने रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर पर आधा सच सामने लाने का आरोप लगाया है।