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भारत का ओसामा बिन लादेन बनना चाहता था ISIS से प्रेरित आतंकी सैफुल्ला

7 मार्च को लखनऊ में मुठभेड़ में ढेर आतंकी सैफुल्ला बगदादी से जुड़े एक पाक आतंकी के संपर्क में भी था।

By JP YadavEdited By: Published: Thu, 23 Mar 2017 09:32 AM (IST)Updated: Fri, 24 Mar 2017 08:07 AM (IST)
भारत का ओसामा बिन लादेन बनना चाहता था ISIS से प्रेरित आतंकी सैफुल्ला
भारत का ओसामा बिन लादेन बनना चाहता था ISIS से प्रेरित आतंकी सैफुल्ला

नई दिल्ली (जेएनएन)। दुनिया के सबसे खूंखार आतंकी संगठनों में शुमार इस्लामिक स्टेट्स इन ईराक एंड सीरिया (ISIS) से प्रेरित आतंकी सैफुल्ला के बारे में नई जानकारियां सामने आ रही हैं। इसमें यह राजफाश हुआ है कि 7 मार्च को लखनऊ में मुठभेड़ में ढेर आतंकी सैफुल्ला ओसामा बिन लादने और अल बगदादी से बेहद प्रेरित था। वह भारत का ओसामा बनना चाहता था।

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लखनऊ एनकाउंटर में सैफुल्ला के मारे जाने के बाद मध्य प्रदेश में पकड़े गए उसके साथियों से पूछताछ में एटीएस को यह जानकारी मिली है। अब इस मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी कर रही है।

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ये बातें भी जानें

1.सैफुल्ला व साथी यह थी योजना और ऐसे करते थे काम।

2. सैफुल्ला व उसके साथी जैसलमेर, श्रीनगर, राजस्थान, जम्मू कश्मीर भी गए। यहां से पाकिस्तान जाना चाहते थे।

3. वे पाकिस्तान से सीरिया जाकर आईएस के लिए काम करना चाहते थे। सही लिंक न मिल पाने के कारण सफल नहीं हो सके।

4.पाक जाने में सफल न होने पर आतंकी सुंदरबन पश्चिम बंगाल के जरिए बाग्लादेश जाने की कोशिश किए, लेकिन असफल हो गए।

5.सैफुल्ला व उसके साथियों ने मध्य प्रदेश के पन्ना के जंगलों में ठिकाना बनाया था। वहां बाइक से धीरे-धीरे हथियार इकट्ठा कर रहे थे।

6.बगदादी से जुड़े एक पाक आतंकी के संपर्क में भी था सैफुल्ला।

7.टेलीग्राफ के माध्यम से आईएस का विडियो पाते थे। जिसे देखकर प्रेरित होते थे। विडियो देखकर ही सैफुल्ला व उसके साथी खुरासन मॉड्यूल से प्रेरित हो गए थे।

8.18 से 25 वर्ष के युवाओं को ज्यादा से ज्यादा जोड़ते थे।

गौरतलब है कि छह मार्च की रातभर चला एन्काउंटर लखनऊ के ठाकुरगंज में सात मार्च की सुबह सैफुल्ला की मौत के साथ खत्म हुआ। आतंकी और सुरक्षाबलों के बीच करीब 13 घंटे चली मुठभेड़ के बाद आतंकी सैफुल्ला को एटीएस ने मार गिराया था। 

इसके अलावा मुठभेड़ खत्म होने के बाद कमरे से आईएसआईएस का झंडा मिला था, साथ ही पुलिस को कमरे से पिस्टल, कारतूस और बम बनाने का सामान भी मिला था।

इससे पहले एटीएस और पुलिस को कमरे में बनाए गए छेद से आतंकी का शव दिखाई दिया था। कमरे में ये छेद आंसू गैस छोड़ने के लिए बनाया गया था। इसी के साथ दो डॉक्टर्स को मौके पर बुलाया लिया गया था. घर में घुसे एटीएस के कमांडो मिर्ची बम गिराकर सैफुल्ला को जिंदा पकड़ने की कोशिश कर रहे थे।

उत्तर भारत था निशाने पर

सैफुल्ला के साथियों से पूछताछ में एटीएस अधिकारियों को पता चला है कि उनके निशाने पर उत्तर भारत के कई प्रतिष्ठान थे। जिसमें प्रमुख चर्च, मंदिर, मस्जिद तथा कई राजनीतिक हस्तियां थे। अप्रैल के आखिर तक उत्तर भारत में सिलसिलेवार बम धमाके की योजना थी। आईएस प्रेरित इन आतंकियों ने कई रेल पटरियों पर धमाका किया। साथ ही कानपुर में एक अनजान शख्स की जनवरी में ट्रायल के लिए हत्या कर दी थी।


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