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भारत-पाक में वार्ता शुरु करवाने की कोशिश में यूएन!

संयुक्त राष्ट्र कश्मीर को लेकर सीधे तौर पर कोई भी मध्यस्थता करने से इनकार करता रहा है लेकिन मंगलवार को जब गुटेरर्स ने एक सवाल का चौंकाने वाला जवाब दिया।

By Manish NegiEdited By: Published: Wed, 21 Jun 2017 09:51 PM (IST)Updated: Wed, 21 Jun 2017 09:51 PM (IST)
भारत-पाक में वार्ता शुरु करवाने की कोशिश में यूएन!
भारत-पाक में वार्ता शुरु करवाने की कोशिश में यूएन!

नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। क्या भारत और पाकिस्तान के बीच दोबारा वार्ता शुरु करवाने की कोई कोशिश अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी चल रही है? इस बात की तरफ से पहले अमेरिका की तरफ से संकेत आये थे और अब संयुक्त राष्ट्र ने भी कुछ इसी तरह के संकेत दिए हैं। हालांकि भारत सरकार इस पर चुप्पी साधे हुए है लेकिन जिस तरह से कश्मीर को लेकर दूसरे देश मध्यस्थता करने की कोशिश कर रहे हैं वह भारतीय कूटनीति के लिए निश्चित तौर पर एक चिंता की बात है। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव अंटोनियो गुटेरर्स ने तो इस बात के संकेत दिए हैं कि उन्होंने इस बारे में पीएम नरेंद्र मोदी से भी बात की है।

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पिछले दो दशकों से संयुक्त राष्ट्र कश्मीर को लेकर सीधे तौर पर कोई भी मध्यस्थता करने से इनकार करता रहा है लेकिन मंगलवार को जब गुटेरर्स ने एक सवाल का चौंकाने वाला जवाब दिया। उनसे जब यह पूछा गया कि तो क्या वह भारत व पाकिस्तान के बीच कश्मीर को ले कर चल रहे विवाद में मध्यस्थता करने की कोशिश कर रहे हैं तो उनका जवाब था, ''आपको क्या लगता है कि मैं पाकिस्तान के पीएम से तीन बार क्यों मिला हूं और भारत के पीएम से दो बार क्यों मुलाकात की है।'' वैसे गुटेरर्स ने साफ तौर पर तो जवाब नहीं दी है लेकिन उन्होंने जो बाद कहने की कोशिश की है उसे भारत किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं करेगा। गुटेरर्स का यह जवाब भारत के लिए इसलिए भी चिंता का सबब हो सकता है क्योंकि अपने पहले प्रेस कांफ्रेंस मे ही ऐसी बात की है।

भारत ने आधिकारिक तौर पर देर रात तक संयुक्त राष्ट्र महासचिव के जवाब पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दिखाई थी। लेकिन विदेश मंत्रालय की तरफ से संकेत इस बात के हैं कि वह इसे मध्यस्थता की कोशिश के तौर पर नहीं देख रहा है। गुटेरर्स ने एक तरह से यह कहने की कोशिश की है कि वह भारत व पाकिस्तान को आपस में बातचीत करते हुए देखना चाहते हैं। वैसे भी संयुक्त राष्ट्र हमेशा से यह मानता रहा है कि वह कश्मीर मसले पर तभी हस्तक्षेप करेगा जब भारत व पाकिस्तान दोनों इस मामले को नए सिरे से उसके पास ले कर आये।

बहरहाल, पाकिस्तान की मीडिया ने इस बयान को संयुक्त राष्ट्र के बदले हुए मिजाज के तौर पर प्रचारित करने की कोशिश की है। कुछ दिन पहले रूस की तरफ से भी कही गई थी। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने यहां तक कहा था कि राष्ट्रपति पुतिन ने पीएम नवाज शरीफ को आश्वासन दिया है। हालांकि रूस ने इसका खंडन किया था। इसके पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के एक करीबी सहयोगी ने इस बात के संकेत दिए थे कि वह भारत व पाकिस्तान के बीच तनाव को खत्म करने के लिए सक्रिय हो सकते हैं। भारत पाकिस्तान के साथ अपने मामले में किसी भी तीसरे पक्ष के हस्तक्षेप का कड़ा विरोध करता है।

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