दुबई ने भारत वापस भेजा आइएम का आतंकी, एयरपोर्ट पर गिरफ्तार
यूएई ने आईएम के आतंकी अब्दुल वाहिद सिद्दीबापा को भारत वापस भेज दिया है। वह कई मामलों में वांछित था। उसको दिल्ली आईजीआई एयरपोर्ट पर उतरते ही गिरफ्तार कर लिया गया।
नई दिल्ली (जागरण ब्यूरो)। खाड़ी देशों में छिपे भारत विरोधी आतंकियों के भारत लाने का सिलसिला जारी है। इस क्रम में यूएई ने दुबई में रह रहे इंडियन मुजाहिदीन के आतंकवादी अब्दुल वाहिद सिद्दीबापा को भारत भेज दिया, जहां एनआइए ने इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरते ही गिरफ्तार कर लिया। वाहिद दुबई से इंडियन मुजाहिदीन के लिए धन का जुगाड़ करता था। भारतीय एजेंसियों की निशानदेही पर वाहिद को ढाई साल पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था और आतंकी गतिविधियों में उसकी संलिप्तता के ठोस सबूत देने के बाद उसे भारत को सौंप दिया गया।
कर्नाटक के भटकल गांव का रहने वाला अब्दुल वाहिद इंडियन मुजाहिदीन के संस्थापक रियाज भटकल का करीबी रिश्तेदार भी है। एनआइए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि दुबई में रहते हुए वाहिद इंडियन मुजाहिदीन के लिए फंड की व्यवस्था करता था और आतंकी हमलों के लिए धन भेजता रहता था। इसके अलावा वह कई आतंकी हमलों में खुद भी शामिल था। 2006 के मुंबई ट्रेन धमाके, 2010 में बेंगलुरु के चेन्नास्वामी स्टेडियम हमले और 2008 में दिल्ली में सिलसिलेवार धमाके में भी वह वांछित था। लेकिन एजेंसियां इसके ठिकाने का पता नहीं पा रही थी।
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वाहिद के दुबई में छिपे होने का खुलासा पहली बार यासिन भटकल की नेपाल में गिरफ्तारी के बाद हुई। इसके बाद एनआइए ने वाहिद के खिलाफ इंटरपोल का रेड कार्नर नोटिस जारी कराया। भारतीय एजेंसियों की निशानदेही पर वाहिद को फरवरी 2014 में ही दुबई में हिरासत में ले लिया गया था। लेकिन छद्म नाम से रह रहा वाहिद अपनी असली पहचान से साफ इनकार करता रहा। भारतीय एजेंसियों की ओर उसकी असली पहचान और आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के पुख्ता सबूत होने के बाद दुबई ने उसे भारत भेज दिया।
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गिरफ्तार करने के बाद एनआइए ने अब्दुल वाहिद को पटियाला हाऊस की विशेष अदालत में पेश कर पुलिस हिरासत की मांग की। अदालत ने उसे सात दिनों के लिए एनआइए की हिरासत में भेज दिया। एनआइए ने अदालत को बताया कि वाहिद से इंडियन मुजाहिदीन के फाइनेंसरों के साथ-साथ खाड़ी देशों में छिपे अन्य आतंकियों के बारे में अहम जानकारी निकालने की कोशिश की जाएगी।