असम में अर्धसैनिक अधिकारी ने लगाया 'फर्जी मुठभेड़' होने का आरोप
आतंकियों की पहचान लूकूस नारज़री और डेविड इस्लेरी के रूप में हुई थी।
गुवाहाटी, एएनआई। पूर्वोत्तर में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के साथ काम करने वाले एक अनुभवी अर्धसैनिक अधिकारी, राजनीश राय ने बुधवार को आरोप लगाया है कि असम के चिरांग जिले में किया मुठभेड़ जिसमें सुरक्षा बलों दो कथित आतंकियों को मार गिराने का दावा किया था, असल में वो 'फर्जी मुठभेड़' था।
राय ने असम के मुख्य सचिव वी.के.पीपरसेनिया को एक पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने बताया था कि सिमलागुरी गांव में सुरक्षाबलों द्वारा एक फर्जी मुठभेड़ किया गया। इस मुठभेड़ में नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ बोडोलैंड (सोंगबीजिट) के दो संदिग्ध सदस्य मारे गए थे।
बता दें कि 30 मार्च को जानकारी दी गई थी कि पुलिस ने एक मुठभेड़ के बाद दो एनडीएफबी (एस) आतंकियों को मार गिराया है और उनके कब्जे से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद जब्त किए गए हैं।
आतंकियों की पहचान लूकूस नारज़री और डेविड इस्लेरी के रूप में हुई थी। यह बताया गया था कि इन दोनों ने म्यांमार से प्रशिक्षण हासिल किया।
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