तीन तरीकों से बदल सकते हैं आप अपने एटीएम का पिन नंबर, जानिए
टीएम कार्ड से संबंधित सूचना चोरी होने की खबर से परेशान ग्राहकों को बैंकों ने एक ही सलाह दी है कि वे अपने कार्ड का पिन नंबर बदल लें
नई दिल्ली: एटीएम कार्ड से संबंधित सूचना चोरी होने की खबर से परेशान ग्राहकों को बैंकों ने एक ही सलाह दी है कि वे अपने कार्ड का पिन नंबर बदल लें। वैसे भारतीय स्टेट बैंक ने अपने छह लाख उन कार्डधारकों के एटीएम कार्ड बदलने की प्रक्रिया शुरू की है, जिनकी सूचना साझा होने का खतरा है। आज जागरण डॉट कॉम की टीम आपको बताने जा रही है कि ऐसे मुश्किल वक्त में एटीएम कार्ड धारकों को क्या करना चाहिए। साथ ही जानिए आप किन तीन तरीकों से अपने पिन को बदल सकते हैं।
क्या करें एटीएम कार्ड धारक
• एटीएम का इस्तेमाल निजता में करें।
• किसी को न तो पिन (पर्सनल आइडेंटिफिकेशन नंबर) बताएं और न कहीं लिखकर रखें।
• कार्ड खोने पर बैंक को सूचना दें। शाखा खुलने का इंतजार न करें, कस्टमर केयर नंबर का उपयोग करें।
• एटीएम से पैसे निकालने या अन्य उपयोग के बाद कैंसिल बटन को जरूर दबाएं।
• बैंक में अपना मोबाइल नंबर और मेल एड्रेस जरूर दर्ज कराएं ताकि नकदी निकलने का अलर्ट एसएमएस और मेल से तुरंत मिले।
• लेन देन के लिए किसी अन्य को एटीएम कतई न दें।
• हर दो-तीन महीने पर पिन बदलते रहें।
पिन बदलने के हैं तीन तरीके
1. किसी भी एटीएम में पिन डालने के बाद कई विकल्प आते हैं। इनमें एक विकल्प पिन बदलने का भी है।
2. अगर आप बैंक से ऑटोमेटेड टेलिफोन बैंकिंग सिस्टम से जुड़े हैं तो इसके जरिये भी पिन बदल सकते हैं। अगर इस सिस्टम से नहीं जुड़े हैं तो इस सिस्टम पर फोन करने पर टेलिफोन बैंकिंग पिन जेनरेट करने को कहा जाएगा। इसके लिए आपसे कई तरह के सवाल पूछे जाएंगे। सही-सही उत्तर देने पर ही यह जेनरेट हो पाएगा। नया टेलिफोन बैंकिंग पिन एक्टिवेट होने पर ही नया एटीएम पिन जारी हो सकता है।
3.बैंक ऑनलाइन अप्लाई करने पर या शाखा में जाकर आवेदन देने पर नया पिन जारी करते हैं। कुछ बैंक खाताधारकों को नया पिन अपनी शाखा से हाथों हाथ देते हैं। आम तौर पर बैंक यह पिन खाताधारक के पते पर कूरियर से भेजते हैं। नया पिन 24 से 48 घंटे में एक्टिवेट होता है।