नोट बदलने के लिए बैंकों की लाइन में लगे बुजुर्ग समेत तीन लोगों की मौत
नोट बदलने गए तीन लोगों की मौत बैंकों के बाहर लगी लाइन में खड़े रहने से हो गई। कालेधन पर रोक को लेकर की गई सरकार की इस कार्रवाई का सबसे अधिक असर आम लोगों पर हो रहा है।
मुंबई (पीटीआई)। पीएम मोदी द्वारा कालेधन को लेकर की गई सर्जिकल स्ट्राइक का सबसे ज्यादा असर आम जनता पर पड़ रहा है। नोट बदलने के लिए लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। नोट बदले को लेकर बैंकों के बाहर लगी कतारों में लोगों को घंटों खड़ा रहना पड़ रहा है। मुंबई में इसके चलते तीन लोगों की मौत हो गई है। पुलिस के मुताबिक 73 वर्षीय बुजुर्ग भी शामिल है।
यह बुजुर्ग विश्वनाथ वर्तक मुलुंड में नवघर स्थित एसबीआई की शाखा के बाहर नोट बदलने के लिए लाइन में लगे हुए थे। इसी दौरान वह अचानक गिर पड़े और उनकी मौत हो गई। जिस वक्त यह हादसा हुआ उस वक्त वहां पर काफी संख्या में लोग मौजूद थे। उन्हें तुरंत ही अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
गौरतलब है कि सरकार द्वारा 500 और 1000 के नोट बंद करने की घोषणा के बाद से ही लोगों में इसको लेकर अफरा-तफरी का माहौल है। एटीएम और बैंक खुलने के बाद से ही वहां पर लोगों की कतारेंं सुबह से ही लगी हुई हैं। हालत यह है कि लोगों के पास राेजाना के काम-काज के लिए भी पैसा नहीं है, जिसके चलते वह परेशान हो रहे हैं। ऐसे में बैंकों के बाहर खड़े लोगों की यह आम शिकायत है कि वहां पर न तो बैंकों की तरफ से बैठने का ही इंतजाम किया गया है और न ही पीने के पानी का इंतजाम है।
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