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गुजरात में तीन और कांग्रेसी विधायकों का इस्तीफा

विधानसभा में अब कांग्रेस विधायकों की संख्या 51 रह गई है। कांग्रेस को राज्यसभा चुनाव में विधायकों द्वारा क्रॉस वोटिंग किए जाने की आशंका भी सता रही है।

By Abhishek Pratap SinghEdited By: Published: Sat, 29 Jul 2017 06:36 AM (IST)Updated: Sat, 29 Jul 2017 06:36 AM (IST)
गुजरात में तीन और कांग्रेसी विधायकों का इस्तीफा

जागरण संवाददाता, अहमदाबाद: गुजरात कांग्रेस में नाराज विधायकों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। शुक्रवार को तीन और विधायकों ने पार्टी और विधानसभा की सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया। इस तरह पिछले दो दिनों में कांग्रेस छोड़ने वाले विधायकों की संख्या छह हो गई है। इसके अलावा एक दर्जन और विधायक पार्टी छोड़ने की तैयारी में हैं। शुक्रवार को कांग्रेस विधायक रामसिंह परमार, मानसिंह चौहान और छनाभाई चौधरी ने विधानसभा अध्यक्ष रमण भाई वोरा को अपना इस्तीफा सौंप दिया।

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प्रदेश कांग्रेस में बढ़ते असंतोष का फायदा भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह बखूबी उठा रहे हैं। राज्यसभा चुनाव में उनकी और स्मृति ईरानी की जीत तय है। अब वे अपने तीसरे उम्मीदवार बलवंतसिंह राजपूत की जीत सुनिश्चित करने में जुटे हैं। गुजरात विधानसभा में भाजपा के 121 सदस्य हैं। मौजूदा हालात में दोनों उम्मीदवारों की जीत के लिए जरूरी मतों के बाद 33 मत भाजपा के पास अतिरिक्त हैं। इन मतों के बूते राजपूत का चुनाव जीतना संभव नहीं है। इसीलिए भाजपा कांग्रेस छोड़ चुके वरिष्ठ नेता शंकरसिंह वाघेला के समर्थक विधायकों से त्यागपत्र दिलवा रही है।

विधानसभा में अब कांग्रेस विधायकों की संख्या 51 रह गई है। कांग्रेस को राज्यसभा चुनाव में विधायकों द्वारा क्रॉस वोटिंग किए जाने की आशंका भी सता रही है। इसीलिए राजकोट के कांग्रेस विधायकों को रातभर एक रिसोर्ट में रखा गया, ताकि भाजपा नेता उनसे संपर्क नहीं कर सकें।

लेकिन, सुबह होते ही जसदण विधायक भोलाभाई गायब हो गए। विधायक कामिनीबेन राठौड़ भी पार्टी के संपर्क में नहीं हैं। पार्टी में बिखराव की खबर पाते ही गुजरात प्रभारी अशोक गहलोत अहमदाबाद दौडे़ आए। लेकिन, कांग्रेस में 'मर्ज बढ़ता गया ज्यों-ज्यों दवा की' वाली कहावत चरितार्थ हो रही है। गुजरात भाजपा प्रभारी भूपेंद्र यादव ने कहा कि कांग्रेस विचारधारा तथा शासन के विकल्प के रूप में विफल साबित हुई है।

शाह, ईरानी और राजपूत ने रास चुनाव के लिए भरा पर्चा

भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और एक दिन पहले ही भाजपा में शामिल हुए बलवंतसिंह राजपूत ने शुक्रवार को राज्यसभा चुनाव के लिए अपना पर्चा भर दिया। शाह और ईरानी की उम्मीदवारी का फैसला भाजपा ने पहले ही कर लिया था। राजपूत को टिकट देने का एलान शुक्रवार को उनके कांग्रेस और विधानसभा से त्यागपत्र देने के बाद किया गया। उनको कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल के खिलाफ मैदान में उतारा गया है। राज्यसभा चुनाव के लिए आठ अगस्त को मतदान होगा।

विधायकों को बेंगलुरु भेजेगी कांग्रेस

राज्यसभा चुनाव से पहले किसी और विधायक के भाजपा के पाले में जाने से रोकने के लिए कांग्रेस अपने 45 विधायकों को बेंगलुरु भेज रही है। कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार है। इसलिए कांग्रेस अपने विधायकों को वहां ले जा रही है। वहां इन सबको एक रिजॉर्ट में रखा जाएगा। सभी विधायक राज्यसभा चुनाव से पहले सात अगस्त की रात को वापस लौटेंगे।

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