छोटे मोदी ने इस तरह से बिछाई बिसात की 20 माह में टूट गई लालू-नीतीश की दोस्ती
कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख रणदीप सुरजेवाला ने नीतीश के इस्तीफे के बाद बिहार के घटनाक्रम पर पार्टी की आधिकारिक प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा कि हम इस घटनाक्रम से निराश हैं।
नई दिल्ली, जेएनएन। बिहार में आखिरकार महागठबंधन का किला बुधवार को ढह गया। हालांकि महागठबंधन टूटने की नींव चार माह पहले पड़ चुकी थी। चार अप्रैल को भाजपा ने महागठबंधन सरकार में शामिल राजद सुप्रीम लालू प्रसाद और उनके कुनबे पर सबसे पहले मिट्टी और मॉल घोटाले का पर्दाफाश किया था। तब 750 करोड़ रुपए की लागत से बगैर पर्यावरण क्लीयरेंस के बिहार के सबसे बड़े मॉल के निर्माण पर बवाल मचा। यह दीगर बात है कि तेजस्वी यादव पर भ्रष्टाचार से जुड़े सीबीआई के केस ने महागठबंधन की एकता को खतरे में डाल दिया।
बिहार में महागठबंधन टूटने की मूल वजह लालू परिवार पर लगे भ्रष्टाचार के आरोप हैं। इन आरोपों से पर्दे उठाने में भाजपा ने कोई कसर नहीं छोड़ी। पिछले 20 महीने में भाजपा ने 16 ऐसे खुलासे किए, जिसकी वजह से महागठबंधन का किला ढह गया।
भाजपा ने किये ये बड़े खुलासे...
11 अप्रैल: बिहटा में शराब फैक्ट्री निवेश घोटाला उजागर किया।
13 अप्रैल: काम के एवज में जमीन और प्रॉपर्टी दान घोटाले का पर्दाफाश।
21 अप्रैल: डिलाइट मार्केटिंग कंपनी का नाम बदल कर लारा (ला-लालू, रा-राबड़ी) प्रोजेक्टस प्रा. लि. का पर्दाफाश।
22 अप्रैल: डिलाइट मार्केटिंग, एके इनफोसिस्टम की तर्ज पर तीसरी कंपनी एबी एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड का पर्दाफाश।
24 अप्रैल: उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के एबी एक्सपोर्ट में 98 फीसदी शेयर का पर्दाफाश।
03 मई: उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव द्वारा महज पांच लाख रुपए के निवेश से 115 करो़ड़ रुपए की कंपनी के मालिक बनने पर सवाल।
05 मई: पेट्रोल पंप आवंटन एवं जमीन लीज हेराफेरी का पर्दाफाश।
12 मई: दिल्ली में 100 करो़ड़ रुपये की लागत से लालू यादव की बड़ी बेटी और राज्यसभा सदस्य मीसा भारती और उनके पति शैलेश कुमार की मुखौटा कंपनियों का पर्दाफाश।
14 मई: मनी लांड्रिंग के मामले में जेल में बंद सुरेंद्र जैन व वीरेंद्र जैन, शराब कारोबारी ओम प्रकाश कत्याल और अशोक कुमार बांठिया द्वारा करो़ड़ों रुपये की जमीन और पूरी कंपनी लालू परिवार को सौंपने पर सवाल।
16 मई: एक और हवाला ऑपरेटर विवेक नागपाल की कंपनी केएचके होल्डिंग लिमिटेड द्वारा लालू कुनबे को करीब 50 करो़ड़ रुपये से अधिक की जमीन सौंपने का पर्दाफाश।
17 मई: स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव द्वारा औरंगाबाद में अपने नाम से खरीदी गई करो़ड़ों की 45 डेसीमल जमीन को घोषषणापत्र में छुपाने का आरोप।
30 मई: लालू पर रेलमंत्री रहते एमपी-एमएलए कोऑपरेटिव सोसाइटी के पांच प्लॉट 207, 208, 209, 210 और 211 पर कब्जा करने का आरोप लगाया गया।
31 मई: लालू को एमपी-एमएलए कोऑपरेटिव सोसाइटी की आवासीय भूखंड का व्यावसायिक दोहन करने का जिम्मेदार ठहराया गया।
06 जून: पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी द्वारा खटाल में काम करने वाले नौकर ललन चौधरी से संपत्ति दान लेने का पर्दाफाश।
14 जून: लालू कुनबे को जमीन देने वाले खटाल कर्मी ललन चौधरी के विधानपरिषद में चपरासी होने का पर्दाफाश।
04 जुलाई: लालू सरकार में मंत्री रहे बृजबिहारी प्रसाद की पत्नी रमा देवी द्वारा तेजप्रताप यादव को पौने चार वर्ष की उम्र में 13 एकड़ जमीन दिए जाने का पर्दाफाश।
कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख रणदीप सुरजेवाला ने नीतीश के इस्तीफे के बाद बिहार के घटनाक्रम पर पार्टी की आधिकारिक प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा कि हम इस घटनाक्रम से निराश हैं। जनता ने नीतियों और कार्यक्रमों पर महागठबंधन को पांच साल का जनादेश दिया था। यह जनादेश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ था।
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