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अकेले रहने वालों की अकाल मौत का खतरा

अकेले रहने वाले पुरुषों में अकाल मौत का खतरा कहीं अधिक होता है। यह निष्कर्ष पश्चिम स्वीडन में स्ट्रोक के कुल 1090 मामलों के अध्ययन के आधार पर निकाला गया। यूनिवर्सिटी ऑफ गोटेनबर्ग के न्यूरोलॉजिस्ट और शोधकर्ता रेडफोर्स ने बताया, "अकेले रहने वाले लोग कम स्वस्थ्य जीवन जीते हैं। उनमें

By manoj yadavEdited By: Published: Wed, 21 Jan 2015 05:14 PM (IST)Updated: Wed, 21 Jan 2015 05:17 PM (IST)
अकेले रहने वालों की अकाल मौत का खतरा

गोटेनबर्ग। अकेले रहने वाले पुरुषों में अकाल मौत का खतरा कहीं अधिक होता है। यह निष्कर्ष पश्चिम स्वीडन में स्ट्रोक के कुल 1090 मामलों के अध्ययन के आधार पर निकाला गया। यूनिवर्सिटी ऑफ गोटेनबर्ग के न्यूरोलॉजिस्ट और शोधकर्ता रेडफोर्स ने बताया, "अकेले रहने वाले लोग कम स्वस्थ्य जीवन जीते हैं। उनमें अपनी दवा लेने की इच्छा कम और इलाज के लिए लंबे समय तक इंतजार करने की प्रवृत्ति अधिक दिखती है।"

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इस अध्ययन के निष्कर्षों के अनुसार, साथी के साथ रहने वाले सत्रह फीसद रोगियों की तुलना में अकेले रहने वाले 36 फीसद मरीजों की 12 साल के भीतर ही मौत हो गई। पुरुषों में यह अंतर महिलाओं के 14 फीसद के मुकाबले 44 फीसद पाया गया।

इस अध्ययन में यह भी पाया गया कि बड़ी संख्या में स्ट्रोक पीड़ितों में स्मृति, एकाग्रता और ज्ञान संबंधी क्षमता में कमी आती है।


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