भ्रष्ट अफसरों पर लिख डाला इस अधिकारी ने रोचक उपन्यास
अनटोल्ड सीक्रेट आफ माय आश्रम' नाम का एक उपन्यास बाजार में आने से पहले ही सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
नई दुनिया ब्यूरो, गुना । 'अनटोल्ड सीक्रेट आफ माय आश्रम' नाम का एक उपन्यास बाजार में आने से पहले ही सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। खासकर नौकरशाही में व्याप्त भ्रष्टाचार और नौकरशाह की क्षमता मापने के लिए नपुंसकता मापक यंत्र (पोटेंसी मेजरमेंट डिवाइस-पीएमडी) के प्रयोग को लेकर इसकी खूब चर्चा है। उपन्यास के लेखक नियाज अहमद खान गुना में अपर कलेक्टर के रूप में सेवा दे रहे हैं।
उपन्यास के अनुसार जर्मनी में ईजाद इस डिवाइस (पीएमडी) का प्रयोग भारत में किया गया तो मशीन ने 0 से 100 तक की रीडिंग दी। इसमें शून्य रीडिंग वाले नौकरशाहों को मलाईदार पदों पर बैठाया जाता है, तो 100 रीडिंग आने पर नौकरशाह को लूप लाइन में पटक दिया जाता है। इसके अलावा उपन्यास में नौकरशाह, राजनेता और बाबाओं के गठजोड़ से पनपते भ्रष्टाचार को भी दिखाया गया है। उपन्यास के बारे में एडीएम खान से चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि उपन्यास भारत में नौकरशाह, राजनेता और चतुर बाबाओं द्वारा भोली जनता के शोषण पर आधारित है।
खान के मुताबिक उन्होंने पिछले 17 वर्षों में प्रशासनिक सेवा में रहते हुए महसूस किया कि जो सबसे ज्यादा भ्रष्ट है, उसे मलाईदार पद पर बैठाया जाता है, जबकि ईमानदार अधिकारियों को अछूत की तरह लूप लाइप में डाल दिया जाता है। मैंने जब पूरे भारत की स्थिति का अध्ययन किया तो हर जगह एक जैसे ही हालात मिले।