शहीद की पत्नी ने कहा-दुख तो है लेकिन गर्व भी, खुशी-खुशी विदा कर रही हूं
सुकमा में नक्सल हमले में शहीद हुए राजस्थान के बन्नाराम की पत्नी का कहना मुझे अपने पति पर गर्व है।
जयपुर (जेएनएन)। छत्तीसगढ के नक्सली हमले में मारे गए राजस्थान के शहीद जवान बन्नाराम की पत्नी का कहना है-दुख तो है गर्व भी है, लेकिन खुशी-खुशी विदा कर रही हूं। उन्होंने कहा कि वह अपने बेटे को भी सेना में भेजने को तैयार हैं। लेकिन सरकार को कडी से कडी कार्रवाई करनी चाहिए।
बन्नाराम का बुधवार सुबह अंतिम संस्कार किया गया। आमतौर पर अंतिम संस्कार में महिलाएं शामिल नहीं होतीं, लेकिन बन्नाराम के अंतिम संस्कार में बडी संख्या में महिलाएं शामिल हुई और खुद शहीद की पत्नी भी वहां मौजूद रही। बन्नाराम सीकर जिले के गोवर्धनपुरा के रहने वाले थे उनकी पार्थिव देह मंगलवार रात ही गांव पहुंचा दी गई थी।
बुधवार सुबह पूर्ण राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया, जिसमें हजारों की संख्या में लोग मौजूद थे। अंतिम बार दो मिनट ही बात हुई शहीद की पत्नी ने बताया कि 22 अप्रैल को बन्नाराम का फोन आया था, लेकिन ज्यादा देर बात नहीं हो पाई। उन्होंने कहा था-कैंप से बाहर आया हूं, लेकिन ज्यादा देर बात नहीं कर पाऊंगा, हालात बहुत खराब है। बस उन्होंने यही कहा था कि वह पांच मई को वापस आएंगे। दूसरे शहीद रामेश्वरलाल श्रीगंगानगर जिले के रहने वाले हैं। उनका शव बुधवार सुबह उनके पैतृक गांव पदमपुर पहुंचाया गया। उनके गांव में भी सैकडों की संख्या में मौजूद रहे। दोपहर बाद उनका अंतिम संस्कार किया गया।
यह भी पढ़ें: सुकमा हमला: सब्जी-रोटी नहीं, थालियों में गिरने लगी थीं गोलियां
यह भी पढ़ें: सुकमा हमला : मदद करने पहुंचे जवानों पर घरों से दागी गोलियां