तेदेपा होगी राजग की नई साथी
आंध्र प्रदेश में भाजपा और तेलुगु देसम पार्टी (तेदेपा) का गठबंधन लगभग तय है। अगले दो तीन दिनों में इसकी औपचारिक घोषणा हो सकती है। संप्रग-दो सरकार के गठन में अहम भूमिका निभाने वाले आंध्र प्रदेश में इस बार भाजपा हर कीमत पर सेंध लगाना चाहती है। तेदेपा के रूप में उसे साथी भी मिल गया है। सूत्रों के अनुसार, बातचीत अंतिम दौर में है। फार्मूला यह है कि सीमांध्र में तेदेपा बड़ा हिस्सा ले और तेलंगाना में भाजपा को ज्यादा हिस्सेदारी मिले।
नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। आंध्र प्रदेश में भाजपा और तेलुगु देसम पार्टी (तेदेपा) का गठबंधन लगभग तय है। अगले दो तीन दिनों में इसकी औपचारिक घोषणा हो सकती है।
संप्रग-दो सरकार के गठन में अहम भूमिका निभाने वाले आंध्र प्रदेश में इस बार भाजपा हर कीमत पर सेंध लगाना चाहती है। तेदेपा के रूप में उसे साथी भी मिल गया है। सूत्रों के अनुसार, बातचीत अंतिम दौर में है। फार्मूला यह है कि सीमांध्र में तेदेपा बड़ा हिस्सा ले और तेलंगाना में भाजपा को ज्यादा हिस्सेदारी मिले। बताते हैं कि सीमांध्र में भाजपा ने छह-सात सीटों की मांग की है। तेदेपा तीन से चार सीटें देना चाहती है। जबकि तेलंगाना में भाजपा ने 11 लोकसभा सीटों की मांग की है। गौरतलब है कि संसद से विधेयक पारित किए जाते वक्त भाजपा ने पृथक तेलंगाना का समर्थन किया था। पार्टी का तर्क है कि ऐसे में भाजपा ही तेलंगाना में राजग का खाता बढ़ा सकती है न कि तेदेपा। खास सीटों को लेकर भी थोड़ी खींचतान है। दरअसल, भाजपा की कोशिश है कि आंध्र में पार्टी कुछ सीटें अपने दम पर जीते और बाकी गठबंधन के भरोसे। तेदेपा भी मोदी लहर का फायदा उठाना चाहती है। तेदेपा प्रमुख चंद्रबाबू नायडू चुनाव बाद राजग सरकार की आशा जताने के साथ नरेंद्र मोदी के साथ मंच भी साझा कर चुके हैं। भाजपा ने अभी तक आंध्र प्रदेश के लिए अपने उम्मीदवार तय नहीं किए हैं। गठबंधन पर मुहर लगते ही उम्मीदवारों की घोषणा होगी।