ताशी-नुंग्शी का नाम गिनीज बुक में दर्ज
दून की जुड़वा बहनों ताशी और नुंग्शी के नाम सोमवार को एक और उपलब्धि जुड़ गई। दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट फतह कर विश्व की पहली जुड़वा बहनें होने का गौरव हासिल करने वाली ताशी-नुंग्शी के इस रिकार्ड को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रेकॉर्ड में जगह मिली है।
देहरादून। दून की जुड़वा बहनों ताशी और नुंग्शी के नाम सोमवार को एक और उपलब्धि जुड़ गई। दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट फतह कर विश्व की पहली जुड़वा बहनें होने का गौरव हासिल करने वाली ताशी-नुंग्शी के इस रिकार्ड को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रेकॉर्ड में जगह मिली है।
पर्वतारोहण के क्षेत्र में नित नए कीर्तिमान स्थापित कर रहीं देहरादून की जुड़वा बहनों ताशी-नुंग्शी को गिनीज बुक के 60वीं सालगिरह पर जारी नए एडिशन में स्थान दिया गया है। इस तरह ताशी-नुंग्शी ने अपनी उपलब्धियों में एक पन्ना और जोड़ लिया। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रेकॉर्ड में नाम दर्ज होने से उत्साहित ताशी-नुंग्शी ने जागरण से बातचीत में अपनी खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा, बचपन से ही हम अखबार और किताबों में बड़ी हस्तियों के नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रेकॉर्ड में दर्ज होने की खबर पढ़ते थे। तभी हमने भी सोच लिया कि बड़ा होकर कुछ ऐसा करना है कि हमारा नाम भी गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रेकॉर्ड में लिखा जाए। आज बचपन के इस सपने के पूरा होने से बेहद खुशी हो रही है। इससे प्रेरित होकर हम आगे और भी बहुत हासिल करने की कोशिश करेंगे, जिससे भारत का नाम विदेशों में रोशन हो सके। ताशी-नुंग्शी ने बताया कि फिलहाल वह अपने 'सेवन सबमिट' मिशन के आखिरी पड़ाव माउंड विंसन को फतह करने की तैयारी कर रही हैं। माउंट विंसन की चढ़ाई के लिए ताशी-नुंग्शी 30 नवंबर को दिल्ली से रवाना होंगी। ताशी-नुंग्शी के पिता रिटायर्ड कर्नल वीएस मलिक ने बताया कि सेवन सबमिट पूरा करने वाली ये दोनों विश्व की पहली जुड़वा बहनें होंगी। इसके लिए एक बार फिर से इनका नाम गिनीज बुक में दर्ज होगा। साथ ही इस साल दिसंबर में विश्व की छह चोटियां फतह करने के रेकॉर्ड के लिए भारत के लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में ताशी-नुंग्शी का नाम भेजा जाएगा। उल्लेखनीय है कि इन जुड़वा बहनों ने 19 मई 2013 को दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा फहराने के साथ ऐसा करने वाली विश्व की पहली जुड़वा बहनें होने का रेकॉर्ड बनाया था।
ताशी-नुंग्शी की उपलब्धियां
चोटी-समय
माउंट किलिमंजारो-फरवरी 2012
माउंट एवरेस्ट-मई 2013
माउंट एल्ब्रस-अगस्त 2013
माउंट एकॉनकागुआ-जनवरी 2014
कार्सटेंस्ज पिरामिड-मार्च 2014
माउंट मैकेनली-जून 2014