समुद्र में फैला तेल, तमिलनाडु ने केंद्र से मांगी मदद
तेल रिसाव से पर्यावरण के नुकसान की आशंका भी जताई जा रही है।
चेन्नई, प्रेट्र। तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई के कामराज बंदरगाह पर गत शनिवार (28 जनवरी) को दो मालवाहक जहाज आपस में टकरा गए थे। इस हादसे के कारण अब तक एक टन तेल समुद्र में बह चुका है। स्थिति पर काबू पाने को उपाय किए जा रहे हैं, इसमें फैले हुए तेल को एकत्र करने के लिए केंद्र सरकार से मदद भी मांगी गई है। तमिलनाडु सरकार ने विधानसभा को यह जानकारी दी।
तेल रिसाव से पर्यावरण के नुकसान की आशंका भी जताई जा रही है। इससे कई तटवर्ती गांव भी प्रभावित बताए जा रहे हैं। बड़ी संख्या में कछुओं और मछलियों की मौत होने की बात भी राज्य सरकार ने कुबूली है।
यह भी पढ़ें: कई मुस्लिमों देशों के नागरिकों पर रोक के बाद ट्रंप का भारत को झटका
तमिलनाडु के मत्स्य मंत्री डी जयकुमार ने मंगलवार को इस संबंध में विधानसभा को सरकार की ओर से उठाए गए कदमों के बारे में बताया। उन्होंने कहा, 'एक टन तेल बह चुका है। इस कारण भारी मात्रा में तेल समुद्र तट पर जमा हो गया है।' जयकुमार नेता प्रतिपक्ष एमके स्टालिन के पत्र का जवाब दे रहे थे।
यह भी पढ़ें: धर्म और जाति पर टिकट बांटने के मामले में सुप्रीमकोर्ट से बसपा को मिली राहत
स्टालिन ने लिखा था कि तेल रिसाव के कारण मछलियां मर रही हैं। मछुआरे समुद्र में मछली पकड़ने नहीं जा पा रहे हैं। स्टालिन चाहते थे कि स्थिति से निपटने को उठाए गए सभी कदमों का सरकार ब्योरा दे।