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समुद्र में फैला तेल, तमिलनाडु ने केंद्र से मांगी मदद

तेल रिसाव से पर्यावरण के नुकसान की आशंका भी जताई जा रही है।

By Mohit TanwarEdited By: Published: Tue, 31 Jan 2017 09:05 PM (IST)Updated: Wed, 01 Feb 2017 02:55 AM (IST)
समुद्र में फैला तेल, तमिलनाडु ने केंद्र से मांगी मदद

चेन्नई, प्रेट्र। तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई के कामराज बंदरगाह पर गत शनिवार (28 जनवरी) को दो मालवाहक जहाज आपस में टकरा गए थे। इस हादसे के कारण अब तक एक टन तेल समुद्र में बह चुका है। स्थिति पर काबू पाने को उपाय किए जा रहे हैं, इसमें फैले हुए तेल को एकत्र करने के लिए केंद्र सरकार से मदद भी मांगी गई है। तमिलनाडु सरकार ने विधानसभा को यह जानकारी दी।

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तेल रिसाव से पर्यावरण के नुकसान की आशंका भी जताई जा रही है। इससे कई तटवर्ती गांव भी प्रभावित बताए जा रहे हैं। बड़ी संख्या में कछुओं और मछलियों की मौत होने की बात भी राज्य सरकार ने कुबूली है।

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तमिलनाडु के मत्स्य मंत्री डी जयकुमार ने मंगलवार को इस संबंध में विधानसभा को सरकार की ओर से उठाए गए कदमों के बारे में बताया। उन्होंने कहा, 'एक टन तेल बह चुका है। इस कारण भारी मात्रा में तेल समुद्र तट पर जमा हो गया है।' जयकुमार नेता प्रतिपक्ष एमके स्टालिन के पत्र का जवाब दे रहे थे।

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स्टालिन ने लिखा था कि तेल रिसाव के कारण मछलियां मर रही हैं। मछुआरे समुद्र में मछली पकड़ने नहीं जा पा रहे हैं। स्टालिन चाहते थे कि स्थिति से निपटने को उठाए गए सभी कदमों का सरकार ब्योरा दे।


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