जेल में अस्पताल खोलना चाहते हैं तलवार दंपति
देश की सबसे बड़ी मर्डर मिस्ट्री आरुषि-हेमराज हत्याकांड के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे तलवार दंपति ने डासना जेल में आरुषि के नाम पर दंत चिकित्सा अस्पताल बनवाने की इच्छा जताई है। उन्होंने जेल प्रशासन से अस्पताल के लिए तीन सौ वर्ग मीटर के हॉल की मांग की है। अस्पताल पर आने वाला करीब 7
गाजियाबाद [आशुतोष गुप्ता]। देश की सबसे बड़ी मर्डर मिस्ट्री आरुषि-हेमराज हत्याकांड के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे तलवार दंपति ने डासना जेल में आरुषि के नाम पर दंत चिकित्सा अस्पताल बनवाने की इच्छा जताई है। उन्होंने जेल प्रशासन से अस्पताल के लिए तीन सौ वर्ग मीटर के हॉल की मांग की है। अस्पताल पर आने वाला करीब 70 लाख रुपये का खर्च तलवार दंपति वहन करेंगे। साथ ही अस्पताल में कैदियों व कर्मचारियों के निशुल्क इलाज की व्यवस्था रहेगी।
इस संबंध में डॉ. राजेश तलवार और डॉ. नूपुर तलवार ने जेल प्रशासन को पत्र लिखा है। जेल प्रशासन ने यह पत्र विचार के लिए आइजी जेल जगमोहन यादव के पास भेज दिया है। अनुमति मिलने के बाद अस्पताल का निर्माण कराया जाएगा।
50 से 70 लाख रुपये होंगे खर्च
दंत चिकित्सा अस्पताल के निर्माण में तलवार दंपति ने 15 गुणा 20 वर्ग मीटर का भवन मांगा है। निर्माण व उपकरण खरीद में 50 से 70 लाख रुपये खर्च होंगे जो तलवार दंपति वहन करेंगे। इस संबंध में उन्होंने प्रस्ताव भी तैयार किया है। साथ ही अस्पताल के लिए दवाएं व अन्य खर्च भी तलवार दंपति ही वहन करेंगे।
रिहा भी हुए तो भी चलेगा अस्पताल
तलवार दंपति ने पत्र में इस बात का भी उल्लेख किया है कि यदि उन्हें हाई कोर्ट अथवा सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गई या वह मामले में बाइज्जत बरी हो गए तब भी वह इस अस्पताल को चालू रखा जाएगा।
26 नवंबर से हैं जेल में
सीबीआइ की विशेष अदालत ने 26 नवंबर, 2013 को आरुषि-हेमराज हत्याकांड मामले की सुनवाई पूरी होने के बाद तत्कालीन सीबीआइ के विशेष न्यायाधीश एस लाल ने तलवार दंपति को दोषी करार देते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। तब से वे डासना जेल में बंद हैं।