इस भारतीय दिग्गज ने बताई श्रीलंका की औकात, बोल दी ये बड़ी बात
शिखर धवन ने एक और शतक लगाकर भारतीय चयनकर्ताओं को सकारात्मक परेशानी में डाल दिया है। अब उन्हें श्रीलंका के खिलाफ ही अगली सीरीज के लिए ओपनर चुनने के लिए ज्यादा मेहनत करनी होगी।
(गावस्कर का कॉलम)
भारत और श्रीलंका के बीच खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच में भी दोनों टीमें बेमेल साबित हुईं। इस वजह से टेस्ट मैच शब्द थोड़ा भारी लगता है। निश्चित तौर पर जो टीम पहली पारी में 38 ओवर भी क्रीज पर न टिक पाए, उसे अंतरराष्ट्रीय टीम नहीं कहा जा सकता। अब इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि दूसरी पारी में वे कितने रन बनाते हैं, लेकिन सच्चाई यही है कि श्रीलंकाई टीम ने बिल्कुल भी लड़ने का दम नहीं दिखाया। उनके प्रदर्शन से इसे टेस्ट मैच कहना सही नहीं लग रहा है। इसमें कोई शक नहीं है कि श्रीलंका की बल्लेबाजी काफी अच्छी है और दूसरे टेस्ट मैच की दूसरी पारी में उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया था, लेकिन सपाट पिच पर उनका बिखरना दिखाता है कि श्रीलंकाई बल्लेबाजों ने धैर्य का परिचय नहीं दिया। उनकी गेंदबाजी भी रणजी ट्रॉफी के स्तर की भी नहीं है। इसलिए उन पर खूब रन बन रहे हैं।
शिखर धवन ने एक और शतक लगाकर भारतीय चयनकर्ताओं को सकारात्मक परेशानी में डाल दिया है। अब उन्हें श्रीलंका के खिलाफ ही अगली सीरीज के लिए ओपनर चुनने के लिए ज्यादा मेहनत करनी होगी। हालांकि इस बार श्रीलंका का सामना घरेलू मैदान पर होगा। हार्दिक पांड्या ने टेस्ट क्रिकेट में अपना पहला टेस्ट शतक शानदार तरीके से जड़ा। जिस ढंग से इस युवा बल्लेबाज ने यह मुकाम हासिल किया, इससे उन्हें यह लग रहा होगा कि टेस्ट क्रिकेट बहुत ही आसान है। श्रीलंकाई गेंदबाजों और दिनेश चांदीमल की अल्कपनीय कप्तानी से उन्हें बिल्कुल भी चुनौती नहीं मिली। लेकिन जिस ढंग से उन्होंने शुरुआती 50 रन के लिए समय लिया और बाद में आखिरी बल्लेबाजी उमेश यादव के साथ उन्होंने आक्रामक तेवर दिखाए।
कोहली को शायद यह लग गया था कि आज उनका दिन है, इसलिए उन्हें पहले की तुलना में जल्दी गेंद थमा दी और यह युवा खिलाड़ी मैथ्यूज को शून्य पर आउट कर भरोसे पर खतरा उतरा। एक और युवा खिलाड़ी कुलदीप यादव को भी रवींद्र जडेजा के निलंबन की वजह से खेलने का मौका मिला। वह भी भरोसे पर खरे उतरे। दो साल पहले स्वतंत्रता दिवस पर भारत को श्रीलंका के हाथों पहले टेस्ट मैच में हार मिली थी। इस बार सीरीज में क्लीन स्वीप के साथ आजादी के दिन का जश्न मनाने का मौका है। (पीएमजी)