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..जब अफवाहों ने असर दिखाया तो रात में नहाने लगी महिलाएं

किसी के घर में जुड़वां बच्चों ने जन्म क्या लिया, कुछ लोगों ने पूरे गांव पर कहर की अफवाह फैला दी। कुछ उसी तरह, जैसे जंगल में लगी आग। पूरा गांव दहशत में आ गया। प्रकोप से बचने के उपाय खोजे गए। बताया गया, जिसके जितने बेटे हैं, उतने बाल्टी पानी से महिलाएं नहाएंगी तो ही वे बचेंगे। फिर क्या था। अनजानी आपदा से ब

By Edited By: Published: Wed, 24 Sep 2014 08:00 AM (IST)Updated: Wed, 24 Sep 2014 12:50 PM (IST)
..जब अफवाहों ने असर दिखाया तो रात में नहाने लगी महिलाएं

अतरौली, [मुकेश वर्मा]। किसी के घर में जुड़वां बच्चों ने जन्म क्या लिया, कुछ लोगों ने पूरे गांव पर कहर की अफवाह फैला दी। कुछ उसी तरह, जैसे जंगल में लगी आग। पूरा गांव दहशत में आ गया। प्रकोप से बचने के उपाय खोजे गए। बताया गया, जिसके जितने बेटे हैं, उतने बाल्टी पानी से महिलाएं नहाएंगी तो ही वे बचेंगे। फिर क्या था। अनजानी आपदा से बचने के लिए महिलाएं सोमवार रात 12 बजे से चार बजे तक नहाती रहीं।

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यह किस्सा है, जिला मुख्यालय से करीब 49 किमी दूर अतरौली इलाके के गांव कलियानपुर खेड़ा का। यहां की 2400 आबादी में से 850 महिलाएं हैं। 560 घरों वाले इस गांव के बाहर एक प्राचीन शिव मंदिर है। बताते हैं कि सोमवार को शाम ढलते लौट रहे ग्रामीणों ने शिव मंदिर पर चिलम पी रहे लोगों की जुबानी हैरतअंगेज वाक्या सुना।

अफवाह यह उड़ी कि एक महिला के जुड़वां बच्चे हुए। जन्म लेते ही दोनों बच्चे दौड़ते हुए गायब हो गए। उन्होंने इसे लड़कों पर दैवीय आपदा का संकेत बता दिया। निदान बताया, जिस मां के जितने बेटे हों, उतने बाल्टी पानी से नहाए। मुहूर्त दिया, आज रात 12 बजे से चार बजे तक।' किस महिला ने किस गांव में ये बच्चे जन्मे हैं, किसी ने यह तो नहीं बताया लेकिन पूरे गांव में दहशत जरूर फैला दी। पूरा गांव जुट आया। बेटों की खातिर महिलाएं नहाने को राजी हो गईं। आधी रात का मुहूर्त आते ही गांव के 26 हैंडपंपों पर पानी लेने के लिए महिलाएं बाल्टी लेकर पहुंच गईं। बेटों की संख्या के बराबर बाल्टी पानी से महिलाएं नहाने लगीं। आधी रात से चार बजे तक यही क्रम जारी रहा। मंगलवार को पूरे इलाके में इसकी जबर्दस्त चर्चा रही।

सोमवार शाम किसी शरारती ने अफवाह उड़ाई थी। इस कारण पूरे गांव की महिलाएं रातभर परेशान रहीं। उन्हें काफी समझाने की कोशिश की, लेकिन वे नहीं मानीं।

-योगेंद्र यादव, प्रधान, कलियानपुर खेड़ा।

मेरे चार बेटे हैं। मैंने चारों की सलामती के लिए रात में चार बाल्टी पानी से नहाया। शुक्र है, अनहोनी टल गई।

-सावित्री देवी, ग्रामीण।

तीन बेटों के लिए तीन बाल्टी पानी से नहाया था। यह अफवाह भले हो, लेकिन रात में नहाने से हमें कोई नुकसान नहीं होना था। इसमें तनिक भी सच्चाई होती और अनर्थ हो जाता तो?

-सुनीता देवी, ग्रामीण।

महिलाएं रातभर परेशान रहीं। पुत्रों की संख्या के बराबर पानी से नहाया। यह सच था या झूठ, नहीं मालूम लेकिन किसी का कोई नुकसान नहीं हुआ।

-शैलेंद्र, ग्रामीण।

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