पाक की किरकिरी, श्रीलंका ने भी सार्क सम्मेलन में हिस्सा लेने से किया इनकार
कोलंबो स्थित श्रीलंका के विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा है कि साउथ एशिया में रहने वाले लोगों के लिए शांति और सुरक्षा आपसी सहयोग की मूल भावना है।
कोलंबो, आइएएनएस। वैश्विक मंच पर भी भारत ने पाकिस्तान को करारी कूटनीतिक शिकस्त दी है। इस साल नवंबर में इस्लामाबाद में होने वाले सार्क सम्मेलन में हिस्सा लेने से भारत के मना करने के बाद कई देशों ने सार्क सम्मेलन में शामिल ना करने का फैसला किया है। इस कड़ी में नया नाम जुड़ा है श्रीलंका का, जिसने आधिकारिक तौर पर बयान जारी कर कहा है कि ऐसे तनावपूर्ण माहौल में सम्मेलन करना उचित नहीं है लिहाजा वह भी शामिल नहीं हो सकते।
पाकिस्तान ने स्थगित
पाकिस्तान को कूटनीतिक मोर्चे पर बड़ी शिकस्त मिली है। भारत समेत पांच सदस्य देशों के हाथ खींच लेने के कारण पाकिस्तान को सार्क सम्मेलन स्थगित करने के लिए विवश होना पड़ा। पाकिस्तान ने शुक्रवार को कहा कि 9-10 नवंबर को इस्लामाबाद में होने वाले सार्क सम्मेलन को रद किया जा रहा है। सार्क के अध्यक्ष नेपाल ने भी सम्मेलन रद करने की पुष्टि कर दी है।
कोलंबो स्थित श्रीलंका के विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा है कि साउथ एशिया में रहने वाले लोगों के लिए शांति और सुरक्षा आपसी सहयोग की मूल भावना है। सार्क के संस्थापक सदस्य होने के नाते श्रीलंका इलाके में शांति और सुरक्षा स्थापित करने को लेकर प्रतिबद्ध है।
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बयान में आगे कहा गया है कि श्रीलंका उम्मीद करता है कि इलाके में शांति और सुरक्षा स्थापित करने के लिए जरूरी कदम उठाए जाएंगे जिससे आपसी सहयोग की भावना का माहौल तैयार हो सके। इसके अलावा श्रीलंका ने अपने बयान में ये भी कहा कि श्रीलंका हर तरह के आतंकवाद की निंदा करता है।
गौरतलब है कि भारत, बांग्लादेश, भूटान और अफगानिस्तान के मना करने के तीन दिन बाद श्रीलंका ने भी सार्क के वर्तमान अध्यक्ष देश नेपाल को चिट्ठी लिखकर सम्मेलन में सम्मलित ना होने की असमर्थता जताई है।
वहीं, पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने बयान जारी किया है कि इस्लामाबाद में 19 वें सार्क शिखर सम्मेलन के आयोजन के लिए नए सिरे से तारीखों की जल्द ही घोषणा की जाएगी।