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जानिए, कैसे अब ट्रेन यात्री कम पैसे में ले सकेंगे एसी कोच में सफर का मजा

एसी कोच होने के बावजूद दूसरे कोच की तरह यात्रियों को कंबल की जरूरत नहीं पड़ेगी। और भी बहुत कुछ होगा खास।

By Pratibha Kumari Edited By: Published: Sun, 02 Jul 2017 03:22 PM (IST)Updated: Sun, 02 Jul 2017 07:33 PM (IST)
जानिए, कैसे अब ट्रेन यात्री कम पैसे में ले सकेंगे एसी कोच में सफर का मजा

नई दिल्ली, प्रेट्र। जल्द ही फ्लाइट की तरह ही ट्रेनों में भी इकोनॉमी क्लास शुरू होने जा रहा है। बताया जा रहा है कि इकोनॉमी एसी क्लास का किराया एसी-3 से कम होगा। आने वाले समय में शुरू होने वाली फुल एसी ट्रेनों में एसी-3, एसी-2 और एसी-1 के अलावा अब थ्री-टियर इकोनॉमी एसी कोच भी लगाए जाएंगे।

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फिलहाल देश के अलग-अलग रूटों पर चलने वाली ट्रेनों में स्लीपर, थर्ड एसी, सेकंड एसी और फ‌र्स्ट एसी बोगियां होती हैं। वहीं राजधानी, शताब्दी जैसी ट्रेनें पूरी तरह से वातानुकूलित ट्रेनें हैं, जिनमें एसी की तीन श्रेणियां होती हैं। हाल में ही शुरू हमसफर और तेजस भी पूरी तरह से एसी ट्रेनें हैं।

दरअसल, रेल विभाग कुछ रूटों पर पूर्णत: वातानुकूलित ट्रेनें शुरू करने की योजना बना रहा है। इसका मकसद ज्यादातर यात्रियों को सामान्य बजट में एसी का सफर मुहैया कराना है। इसी क्रम में रेलवे ने पिछले दिनों हमसफर एक्सप्रेस और तेजस जैसी फुल एसी ट्रेनें शुरू की हैं।

हमसफर एक्सप्रेस में सारी बोगियां थर्ड एसी की हैं। इसे हाल में ही शुरू किया गया है और कम समय में ही यह ट्रेन लोकप्रिय हो गई है। यह देश की प्रीमियम ट्रेनों में से एक है और इसमें सुरक्षा और यात्रियों की सुविधा की हर संभव व्यवस्था की गई है।

हालांकि, अभी इकोनॉमी एसी कोच का मामला प्लानिंग लेवल पर ही है। इस पर विस्तार से काम करना बाकी है। इसके विस्तृत पहलुओं को अंतिम रूप देने के बाद ही इसके निर्माण से जुड़ी बातों पर फैसला किया जाएगा।

इकोनॉमी एसी की खूबियां

--इकोनॉमी एसी क्लास में सफर करने वाले यात्रियों को कंबल की जरूरत नहीं पड़ेगी, क्योंकि उसका तापमान 24-25 डिग्री सेल्सियस होगा।

--इकोनॉमी एसी क्लास के कोचों में ऑटोमेटिक दरवाजे होंगे। हालांकि, इस फीचर को दूसरे एसी कोचों में भी शुरू करने की योजना है।

--इसमें कैटरिंग की सुविधा सामान्य ट्रेनों की तरह ही उपलब्ध होंगे। हालांकि, सीट चौड़ाई की लेकर अब तक कुछ भी स्पष्ट नहीं किया गया है।

क्या है सरकार का मकसद

--दरअसल, भारतीय रेल ज्यादा-से-ज्यादा लोगों को स्लीपर के बजाय एसी का सफर कराना चाहती है।

--इससे रेलवे की कमाई बढ़ जाएगी और लोगों को कम पैसे में एसी का सफर करने को भी मिल जाएगा।

रितु बेरी की डिजायन की हुई ड्रेस पहनेंगे रेलवे कर्मचारी

इसी साल अक्टूबर से भारतीय रेल के सभी कर्मचारी नई पोशाकों में नजर आएंगे। इनमें स्टेशन मास्टर, लोको पायलट, टीटीई से लेकर गार्ड तक सभी शामिल हैं। मशहूर फैशन डिजाइनर रितु बेरी ने रेलवे कर्मचारियों के लिए वर्दी डिजाइन की है। यह कदम रेलवे को आधुनिकता के साथ-साथ उन्हें विशिष्ट पहचान देने के लिए उठाया गया है।

रिपोर्ट के मुताबिक, रेलवे कर्मचारी अब चमकदार जैकेट और काली एवं पीली टीशर्ट की डिजाइनर वर्दी में नजर आएंगे। रेल मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि रितु बेरी द्वारा तैयार यूनिफार्म की अभी जांच की जा रही है और जल्द ही इस पर फैसला ले लिए जाने की उम्मीद है।

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