इस मंदिर में मन्नतें पूरी होने पर तस्कर चढ़ाते हैं अफीम
राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले में स्थित सांवलिया सेठ मंदिर में प्रतिवर्ष करोड़ों रुपये का चढ़ावा आता है, लेकिन जिस दानपेटी से करोड़ों का चढ़ावा निकाला जाता है, उसी से प्रतिवर्ष एक से दो किलोग्राम अफीम भी निकाली जाती है।
जयपुर। राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले में स्थित सांवलिया सेठ मंदिर में प्रतिवर्ष करोड़ों रुपये का चढ़ावा आता है, लेकिन जिस दानपेटी से करोड़ों का चढ़ावा निकाला जाता है, उसी से प्रतिवर्ष एक से दो किलोग्राम अफीम भी निकाली जाती है।
यहां तस्कर अफीम के काले कारोबार को शुरू करने से पहले मन्नतें मानते हैं और काम पूरा होते ही मंदिर में आकर 50-100 ग्राम अफीम की पुड़िया दानपेटी में डाल जाते हैं।
मंदिर के महंत चुन्नी दास बताते हैं कि कुछ किसान भी अफीम की बेहतर पैदावार के लिए ऐसा करते हैं। मध्य प्रदेश सीमा से सटे इस मंदिर में राजस्थान ही नहीं, मध्य प्रदेश के अफीम तस्कर भी नियमित रूप से पूजा-अर्चना के लिए आते रहते हैं।