स्काईमैट की भविष्यवाणी, इस साल सामान्य से कम रह सकता है मानसून
स्काईमैट के अनुसार अल नीनो का असर मानसून पर हवी हो सकता है और इसके चलते सामान्य मानसून की 50 फीसदी की उम्मीद है।
नई दिल्ली, जेएनएन। गर्मी अभी शुरू हुई है और आसमान से आग बरसने लगी है। वहीं इस बीच एक मौसम पर नजर रखने वाली प्रायवेट कंपनी स्काईमैट ने भविष्यवाणी की है कि इस साल मानसून सामान्य से कम रह सकता है। इसके अनुसार जून से सितंबर के बीच मानसूनी बारिश 95 प्रतिशत रह सकती है।
बता दें कि देश में 70 प्रतिशत बरसात इन्ही तीन महीनों में होती है जिस पर खेती निर्भर करती है और यह खरीफ फसलों के लिए महत्वपूर्ण है। स्कायमैट के अनुसार अल नीनो का असर मानसून पर हवी हो सकता है और इसके चलते सामान्य मानसून की 50 फीसदी की उम्मीद है।
पश्चिमी इलाके और इससे जुड़े मध्य भारत और पेनिसुलर इंडिया के ज्यादातर हिस्सों में समान्य से कम बरसात होगी वहीं पूर्वी भारत में अच्छी बारिश की संभावना है।
अप्रैल का महीना अभी शुरू भी नहीं हुआ है कि गर्मी ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। मार्च के महीने में ही चिलचिलाती धूप ने लोगों का हाल बेहाल कर दिया है। उत्तर से लेकर दक्षिण भारत के राज्यों में चढ़ता पारा रिकार्ड तोड़ रहा है। ओडिशा के कई हिस्सों में तो पारा 40 का आसपास पहुंच गया है।
मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों में गर्म हवा चलने की चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग ने शुक्रवार दोपहर एक बुलेटिन जारी कर बताया कि अगले दो दिनों में ओडिशाक कई हिस्सों में गर्म हवा चलने की प्रबल संभावना है।
गुरुवार को पश्चिमी ओडिशा के टिटलागढ़ में मौसम का रिकॉर्ड तापमान 40.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि अंगुल के औद्योगिक शहर में पारा 39.2 डिग्री सेल्यिसय रहा। गुरुवार को ओडिशा के बाकी हिस्सों सोनेपुर,संभलपुर, झारसुगड़ा, कटक और राजधानी भुवनेश्वर में पारा 37 के ऊपर रहा। मौसम विभाग ने राज्य के तटीय इलाकों में बारिश की संभावना जताई है।
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