प्रधानमंत्री कौशल केन्द्र आबादी को रोजगार से लैस करने पर होगा जोर
केंद्रीय कौशल विकास मंत्रालय इस वर्ष देश भर के सभी जिलों में कम से कम एक प्रधानमंत्री कौशल केंद्र (पीएमकेके) खोलेगा।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी आबादी वाले देश में अब इस बात पर जोर दिया जा रहा है कि कैसे लोगों को कौशल और रोजगार से लैस किया जाए। विभिन्न योजनाओं के जरिए सरकार इस काम में तेजी से प्रयास कर रही है। अब तक इस प्रयास के तहत 290 प्रशिक्षण साझेदार और 4,526 प्रशिक्षण केंद्र खोल कर 91,91,675 लोगों को प्रशिक्षित किया जा चुका है। इनमें से 35,77,444 लोगों को नौकरी भी मिल चुकी है। केंद्रीय कौशल विकास मंत्रालय इस वर्ष देश भर के सभी जिलों में कम से कम एक प्रधानमंत्री कौशल केंद्र (पीएमकेके) खोलेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहली बार कौशल विकास मंत्रालय शुरू कर यह संकेत तो पहले ही दे दिए थे कि वे युवाओं को रोजगार परक शिक्षा दिलाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। अब अगले वर्ष के दौरान इस लिहाज से तेजी से काम होने की उम्मीद की जा सकती है। युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिहाज से पहली बार सरकार की सोच और कार्यशैली में बड़ा बदलाव आया है। अब सिर्फ सरकारी नौकरी की बात नहीं की जा रही, बल्कि उन्हें अपना रोजगार शुरू करने से लेकर निजी क्षेत्र की नौकरियों के लायक भी बनाया जा रहा है।
पिछले दिनों ही प्रधानमंत्री ने देश के पहले इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ स्किल्स ऑफ इंडिया का शिलान्यास भी किया है। इस वर्ष इसका निर्माण भी तेजी से हो सकेगा। यह सिंगापुर के इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्निकल एजुकेशन की तर्ज पर युवाओं को कौशल से लैस करेगा। इसी तरह नेशनल एप्रेंटिस प्रमोशन स्कीम के तहत भी देश भर में इस वर्ष पांच लाख से ज्यादा युवाओं को रोजगार के लायक बनाया जाएगा।