वाघेला ने कहा कांग्रेस को अलविदा, भाजपा-कांग्रेस पर बोला हमला
कांग्रेस ने पार्टी में विभाजन के लिए भाजपा को जिम्मेदार बताया वहीं गुजरात के प्रभारी गहलोत ने वाघेला पर दगाबाजी का आरोप लगाया है।
गांधीनगर, शत्रुघन शर्मा। गुजरात के दिग्गज नेता शंकर सिंह वाघेला ने लंबी खींचतान के बाद कांग्रेस से मुक्त होने का ऐलान कर पार्टी को तगड़ा झटका दे दिया है। विधानसभा चुनाव से ठीक पहले वाघेला के इस कदम ने राज्य में तीसरे मोर्चे की संभावना को जीवित कर दिया है। कांग्रेस ने पार्टी में विभाजन के लिए भाजपा को जिम्मेदार बताया वहीं गुजरात के प्रभारी गहलोत ने वाघेला पर दगाबाजी का आरोप लगाया है।
गुजरात कांग्रेस में वर्चस्व की लड़ाई को लेकर लंबे समय से प्रदेश के नेताओं में खींचतान चल रही थी, वाघेला समर्थक कांग्रेस नेता गुरुदास कामत की प्रदेश प्रभारी पद से विदाई के साथ ही कांग्रेस ने सख्त संदेश दिए लेकिन वाघेला पार्टी के आदेशों की परवाह किए बगैर खुद को एक तीसरी ताकत के रुप में तैयार करने में जुट गए। गांधीनगर में अपने जन्मदिन पर समसंवेदना सम्मेलन का आयोजन कर वाघेला ने जोरदार शक्ति प्रदर्शन किया तथा कांग्रेस से 20 साल पुराना नाता तोड़ने के एलान के साथ कहा कि वे राजनीति से रिटायर नहीं हो रहे हैं। वाघेला ने भाजपा व कांग्रेस की रीति नीति पर जोरदार प्रहार करते हुए कहा कि दोनों ही पार्टियों में वे साजिश के शिकार हुए।
उन्होंने कहा राजनीति में वे सेवा करने आए हैं, लाभ हानि व दुखों की परवाह किए बिना 50 साल से लगातार दौड़ते रहा हूं। कांग्रेस कहती है कुछ बनना चाहता हूं, मैंने राजनीति में एमएलए, एमपी, सीएम बनाए हैं। कोई भी पार्टी मुझे अनुशासन के नाम पर वश में नहीं रख सकती, कांग्रेस को चार पांच लोग अपने तरीके से चला रहे हैं, 24 घंटे पहले मुझे पार्टी से निकालकर कांग्रेस ने विनाश काले विपरीत बुद्धि का परिचय दिया है। अब मैं दलगत बंधन से मुक्त हूं, कांग्रेस को भी बंधनों से मुक्त करता हूं। वाघेला ने अपने हजारों समर्थकों के बीच कहा कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को मैंने पार्टी के हालात से अवगत करा दिया था लेकिन कांग्रेस कोई निर्णय नहीं करना चाहती है। उन्होंने कांग्रेस नेताओं पर भाजपा से सुपारी लेने का आरोप लगाते हुए कहा कि 20 साल पहले कांग्रेस उनकी पार्टी राजपा से गठबंधन करती तो शायद आज भाजपा सत्ता में नहीं होती व कांग्रेस को भी ये दिन नहीं देखने पड़ते। वाघेला बोले जनता मेरी अदालत है और में जनता के हर दर्द की मै दवा हूं।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि सोनियाजी भारतीय राजनीति में त्याग की मूर्ति हैं, आज कोई सरपंच, विधायक व सहकारी समिति का पद छोड़ने को तैयार नहीं होता उन्होंने पीएम पद को ठुकरा दिया, हमारे बच्चे वेस्टर्न कपड़ पहनते हैं लेकिन सोनिया विदेश से आकर भी देश की संस्कृति को अपनाया। वाघेला ने कहा सोनिया ने उन पर भरोसा किया उसके लिए वे आभारी हैं साथ ही वादा भी करके आए हैं कि वे किसी दूसरी पार्टी में शामिल नहीं होंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर पब्लिसिटी व पावर के लिए काम करने का आरोप लगाते हुए वाघेला बोले के उन्हें कोई दबा नहीं सकता। अपने निजी आवास वसंत वगडा पर सीबीआई व ईडी के छापे पर बोले कि सीबीआई की एैसी की तैसी, मुझे दबाया तो स्प्रिंग की तरह पूरी ताकत से उभरकर खड़ा होउंगा।
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