ये किसी चमत्कार से कम नहीं, शव जलाने से पहले जिंदा हो उठा वो शख्स
डॉक्टरों ने कुमार मारेवाड़ को मृत बताया था। लेकिन अंतिम संस्कार से पहले वो जिंदा हो गया।
हुबली(जेएनएन)। कुछ ऐसी घटनाएं होती हैं जिस पर विश्वास करना मुश्किल होता है। लेकिन हुबली की एक घटना हमें विश्वास करने के लिए मजबूर करती है। दरअसल 17 वर्ष के एक युवक की चिता जलने वाली थी कि वो जिंदा हो गया। धारवाड़ के मानगुंडी गांव के रहने वाले कुमार मारेवाड़ को एक कुत्ते ने काट लिया था। मारेवाड़ को धारवाड़ के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन उसकी हालत खराब होती गई। डॉक्टरों मे मारेवाड़ के परिजनों से कहा कि लाइफ सपोर्ट सिस्टम हटाने के बाद उसे बचा पाना मुश्किल होगा।
डॉक्टरों की सलाह के बाद मारेवाड़ को उसके घर ले जाया गया। शरीर में किसी तरह की हलचल नहीं होने पर परिजनों को लगा कि उसकी मौत हो चुकी है। अंतिम संस्कार के लिए मारेवाड़ को श्मशानघाट जब ले जाया रहा था तो रास्ते में ही अर्थी में कुछ हलचल नजर आई। अर्थी को उतार कर देखा गया तो मारेवाड़ की आंखें खुली हुई थी।
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मारेवाड़ का इलाज करने वाले डॉक्टर ने बताया कि वो वेंटिलेटर पर था। कुत्ते के काटने की वजह से ऐसा लगा कि उसे मेनिंगोइंसेफ्लाइटिस हो गया है। शरीर में संक्रमण की वजह से उसके बचने की उम्मीद कम थी, लेकिन उसका बच जाना किसी चमत्कार से कम नहीं है। मारेवाड़ के माता-पिता ने बताया कि नौवीं कक्षा की पढ़ाई के बाद उसने स्कूल जाना छोड़ दिया था, और वो कामकाज में हाथ बटाता था।