छत्तीसगढ़ की बेटी एडविना बनी बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान का चेहरा
छत्तीसगढ़ की सात वर्षीय बच्ची को बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना का नया चेहरा बनाया गया है। इतनी कम उम्र में वह 76 पर्वत की चोटियाें को फतह कर चुकी है।
कोरबा (विकास पांडेय)। घर पर दस कदम की सीढि़यां चढ़कर हम हाफ जाते हैं लेकिन महज दूसरी कक्षा की स्टूडेंट एडविना का जुनून ऐसा कि हजारों फीट ऊंचे पहाड़ भी उसके सामने बौने नजर आते हैं। अपने छोटे-छोटे कदमों से उसने पांच राज्य में 76 पर्वत की चोटियां नाप ली। इसी साहस का लोहा मानते हुए केंद्र सरकार ने उसे देश की बेटियों को प्रोत्साहित करने के लिए बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान का नया चेहरा बनाया है। दूरदर्शन के राष्ट्रीय चैनल में अभियान पर फोकस 45 सेकेंड के विज्ञापन में एडविना को पहाड़ की ऊंचाइयां तय करते दिखाया गया है।
एडविना मूलत: छत्तीसगढ़ स्थित कोरबा के ग्राम बिसनपुर निवासी रामकुमार कांत की पुत्री है। पर्वतारोही पिता की उंगलियां थामकर उसने कोसगाई पहाड़ का दुर्गम सफर तय किया और फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। उसने तीन साल में छत्तीसगढ़ के उत्तर में राज्य की सबसे ऊंची चोटी गौरलाटा व दक्षिण में राज्य की दूसरी सबसे ऊंची चोटी नंदी राज के साथ कैलाश, आकाश, रायगढ़ के पहाड़ मंदिर समेत राज्य के आधे से अधिक जिलों में 54 पहाडि़यों का शिखर जीत लिया। वह पांच राज्यों की सबसे ऊंची चोटी नाप चुकी है।
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उसने राजस्थान की सबसे ऊंची चोटी 5 हजार 676 फीट भी फतेह की है। शासकीय पीजी कॉलेज कोरबा में इतिहास के प्राध्यापक रहे पिता रामकुमार कांत अब सक्ती में आश्रम अधीक्षक हैं और मां श्रीमती अनिता कांत गृहणी। एडविना सक्ती के अनुनय कांवेंट स्कूल में कक्षा दूसरी की छात्रा है। एडविना की उम्र अभी मात्र सात साल एक माह है और अब उसका अगला टारगेट पश्चिम बंगाल की सबसे ऊंची चोटी 12 हजार फीट सन-दक-फू है।
पीएम की मेहमान, मेनका ने सराहा
एडविना ने पर्वतारोहण के क्षेत्र में ऐसा मुकाम बनाया कि उसके हुनर को प्रोत्साहित करते हुए प्रधानमंत्री निवास से चिट्ठी आई। उसे गणतंत्र दिवस पर प्रधानमंत्री का खास मेहमान बनने का मौका दिया गया और दिल्ली में गणतंत्र दिवस समारोह में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया। इतना ही नहीं, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय भारत सरकार ने भी एडविना की उपलब्धियों को सराहा। केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने ट्वीट कर वीडियो में एडविना के साहस की सराहना करते हुए प्रशंसा की। इसके बाद उसे बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान से जोड़ते हुए डीडी-1 पर 45 सेकेंड की क्लिप तैयार की गई।
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