दुख्तरान-ए-मिल्लत ने श्रीनगर में फहराए पाकिस्तानी झंडे
अलगाववादी नेता आसिया अंद्राबी ने एक बार फिर पाकिस्तानी राग अलापा है। अंद्राबी के संगठन दुख्तरान-ए-मिल्लत ने बुधवार को पाकिस्तान दिवस के मौके पर श्रीनगर में कई जगहों पाकिस्तान के झंडे फहराए।
श्रीनगर। अलगाववादी नेता आसिया अंद्राबी ने एक बार फिर पाकिस्तानी राग अलापा है। अंद्राबी के संगठन दुख्तरान-ए-मिल्लत ने बुधवार को पाकिस्तान दिवस के मौके पर श्रीनगर में कई जगहों पाकिस्तान के झंडे फहराए। कडी सुरक्षा व्यवस्था के बावजूद बुधवार को ग्रीष्मकालीन राजधानी के डाउन-टाउन और सिविल लायंस इलाकों में पाकिस्तान समर्थक अलगाववादियों ने पाकिस्तानी झंडे लहराए। अलबत्ता, पुलिस ने इन सभी झंडों को फौरन उतार अपने कब्जे में ले लिया। लेकिन किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई।
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इस बीच, महिला अलगाववादी संगठन आसिया अंद्राबी ने एक जगह समारोह आयोजित कर यौम-ए-पाकिस्तान भी मनाया और उसमें पाकिस्तान का कौमी तराना भी गाया गया। गौरतलब है कि 23 मार्च को पाकिस्तान में यौम-ए- पाकिस्तान मनाया जाता है। इसे पाकिस्तान दिवस भी कहा जाता है। नई दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग में यौम ए पाकिस्तान के सिलसिले में एक समारोह का भी आयोजन किया गया है,जिसमें कश्मीर के सभी प्रमुख अलगाववादियों को बुलाया गया है।
आज सुबह श्रीनगर के लालचौक के अलावा कट्टरपंथी गिलानी के आवास के पास हैदरपोरा के अलावा जामिया मस्जिद के साथ सटे नौहटटा व सौरा इलाके में पाकिस्तानी झंडे लहराए गए। सौरा और नौहटटा में दुख्तरान-एत-मिल्लत की कार्यकर्ताओं को पाकिस्तानी झंडे लगाते देखा गया। इन महिलाओं ने कथित तौर पर पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे भी लगाए और कुछ ही देर में वहां से गायब भी हो गई। लालचौक में सुबह सात बजे ही यह झंडा लगाया गया था।
सूचना मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने इन सभी झंडो को अपने कब्जे में ले लिया। इसके साथ ही पाकिस्तानी झंडा लहराने वाले अज्ञात तत्वों के खिलाफ मामला भी दर्ज कर लिया गया। लेकिन किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई। इसी दौरान दुख्तरान-ए-मिल्लत की प्रमुख आसिया अंद्राबी ने श्रीनगर में एक जगह यौम-ए-पाकिस्तान के सिलसिले में एक समारोह का भी आयोजन किया। इसमें पाकिस्तानी ध्वज लहराया गया और पाकिस्तान का कौमी तराना भी गाया गया। आसिया अंद्राबी ने इस मौके पर उपस्थित दुख्तरान की कार्यकर्ताओं व अन्य लोगों को संबोधित करते हुए कश्मीर में शरिया लागू करने और उसे पाकिस्तान का हिस्सा बनाए जाने के अपने एजेंडे को सही ठहराया।
यहां यह बताना असंगत नहीं होगा कि बीते साल भी आसिया अंद्राबी ने यौम ए पाकिस्तान के मौके पर श्रीनगर में एक समारोह का आयोजन कर पाकिस्तानी ध्वज लहराए थे। इसके बाद उसने गत 14 अगस्त को भी पाकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस पर एक समारोह में पाकिस्तानी ध्वज लहराया था। उन्होंने श्रीनगर के विभिन्न हिस्सों में भी पाकिस्तानी ध्वज लहराए थे और टेलीफोन के जरिए इस्लामाबाद में लश्कर संस्थापक हाफीज सईद द्वारा आयोजित एक रैली को भी संबोधित किया था। इसके बाद पुलिस ने उन्हें 17 अगस्त 2015 की रात को उनके एक ठिकाने से गिरफ्तार कर लिया था।
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दिल्ली में स्थित पाक उच्चायोग में आयोजित कार्यक्रम को लेकर अब्दुल बासित ने अलगाववादी नेताओं के शामिल होने के बात को पुष्ट करते हुए कहा कि वे लोग कई सालों से इस कार्यक्रम में शामिल होते रहे हैं। इसलिए इस विषय को बड़ा मुद्दा नहीं बनाना चाहिए।
अब्दुल बासित ने भारत-पाक संबंधों के सवाल पर कहा कि पाकिस्तान भारत के साथ हमेशा से ही अच्छे रिश्ते बनाए रखने की कोशिश करता रहा है।