स्टेशन से बाहर भी मिलेगा सीनियर सीटिजन व प्लेटफार्म टिकट
देशभर के रेलवे स्टेशनों से कर्मचारियों का बोझ कम करने और यात्री सुविधाएं बढ़ाने के लिए हर तरह के टिकट स्टेशन से बाहर भी उपलब्ध कराने की कवायद में रेल मंत्रालय जुट गया है।
दीपक बहल, अंबाला। देशभर के रेलवे स्टेशनों से कर्मचारियों का बोझ कम करने और यात्री सुविधाएं बढ़ाने के लिए हर तरह के टिकट स्टेशन से बाहर भी उपलब्ध कराने की कवायद में रेल मंत्रालय जुट गया है। इसी के तहत अनारक्षित सीनियर सिटीजन टिकट, प्लेटफार्म और एमएसटी बनाने की सुविधा प्राइवेट टिकट एजेंसियों को दे दी गई है।
सूत्रों के मुताबिक, टिकट बुकिंग सेवक (जीटीबीएस) पर सामान्य और यात्री टिकट सुविधा केंद्र (वाईटीएसके) पर सुविधाएं बढ़ाई जा रही हैं। मौजूदा समय में सामान्य टिकट ही स्टेशन के बाहर मिलता है। रियायती दर पर सीनियर सिटीजन टिकट, दैनिक यात्रियों को मंथली सीजनल टिकट (एमएसटी) और प्लेटफार्म टिकट के लिए मुसाफिरों को स्टेशन की बिल्डिंग में जाना पड़ता है।
ऐसे में रेल मंत्रालय ने उक्त तीनों सुविधाएं रेलवे स्टेशन की बिल्डिंग से बाहर भी देने का आदेश जारी कर दिया। यदि किसी स्टेशन पर स्लीपर क्लास के टिकट की मांग अधिक है, ऐसे में सीनियर अधिकारी या फिर संबंधित जोन प्राइवेट एजेंसी को स्लीपर क्लास का टिकट जारी करने की अनुमति प्रदान कर सकता है। हालांकि, वाईटीएसके पर कंप्यूटरीकृत आरक्षण टिकट भी मिल रहे हैं लेकिन अब यहां अनारक्षित सीनियर सिटीजन टिकट, प्लेटफार्म और एमएसटी भी बनेंगे।
वाईटीएसके या जीटीबीएस संचालक अपनी मर्जी से टिकटों का किराया तय नहीं कर सकेंगे। इन एजेंसियों को खोलने और बंद करने का समय अपनी मर्जी से नहीं रखा जा सकता। प्राइवेट एजेंसी पर एक साथ महज छह मुसाफिरों का टिकट बुक हो सकेगा। इसके अलावा एक एजेंसी पर चार काउंटर खोले जा सकते हैं, इससे अधिक के लिए भी रेलवे की अनुमति होगी।