पूरे देश के लिए एक समाधान नहीं हो सकता : पर्रीकर
पर्रीकर ने राजमार्गो पर 500 मीटर के दायरे में शराब नहीं बेचने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर ऐतराज जताया है।
पणजी, आइएएनएस। गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रीकर ने राजमार्गो पर 500 मीटर के दायरे में शराब नहीं बेचने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर ऐतराज जताया है। उन्होंने इस फैसले के सिलसिले में कहा कि कभी भी एक दवा पूरे देश का इलाज नहीं हो सकती है। फिर चाहे यह कानून हो, न्यायपालिका हो या सरकार हो, हमें लगता है कि एक समाधान सभी समस्याओं का हल है। लेकिन जो चीज नई दिल्ली के लिए अच्छी हो सकती है, वह वास्तव में गोवा के लिए गलत भी हो सकती है।
सुशासन पर दो दिवसीय सम्मेलन के समापन पर शुक्रवार को पर्रीकर ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के हाईवे पर अल्कोहल की बिक्री बंद करने के फैसले के पीछे मुख्य तर्क था कि शराब पीकर गाड़ी चलाने वाला ड्राइवर दंडित हो। लेकिन इस आदेश के बाद मैंने देखा कि शराब पीकर चलने वाले कई ड्राइवर साथ में शराब की बोतल लेकर चलने लगे। पहले वह दो या तीन पैग पीते थे, अब वह पूरी बोतल पी जाते हैं। पूर्व रक्षा मंत्री ने कहा कि कई कानूनों के अमल से सुशासन स्थापित होता है। लेकिन कभी-कभी उनसे नकारात्मकता भी उत्पन्न होती है।
'परशुराम इंजीनियर रहे होंगे'
पणजी : गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रीकर ने इंजीनियर दिवस के अवसर पर कहा कि गोवा की रचना करने वाले भगवान परशुराम निश्चित रूप से इंजीनियर रहे होंगे। उन्होंने गोवा की रचना के लिए समुद्र से जमीन ली थी।
पर्रीकर ने कहा कि यह वह दिन है जब भारत को इंजीनियरों की योग्यता का अहसास हुआ। उन्होंने कहा कि भारत में इंजीनियरिंग बहुत ही प्राचीन कला और योग्यता है। इस योग्यता को आधुनिक युग में पहचान मिली है।
यह भी पढ़ें: मनोहर पर्रीकर पर शिवसेना का हमला, बताया- ‘असफल रक्षा मंत्री’