अपने मंत्रालय से खुश नहीं हैं सज्जाद, नहीं संभालेंगे कार्यभार!
जम्मू-कश्मीर में सत्तासीन हुई पीडीपी-भाजपा गठबंधन सरकार के बीच गतिरोध कम होने का नाम नहीं ले रहा। पहले मुख्यमंत्री की विवादास्पद बयानबाजी, उसके बाद मंत्रालयों के विभाजन को लेकर दोनों दलों में रार और अब अलगाववाद को त्यागकर मुख्यधारा में पीपुल्स कांफ्रेंस के चेयरमैन सज्जाद गनी लोन ने अपने विभागों
श्रीनगर (राज्य ब्यूरो)। जम्मू-कश्मीर में सत्तासीन हुई पीडीपी-भाजपा गठबंधन सरकार के बीच गतिरोध कम होने का नाम नहीं ले रहा। पहले मुख्यमंत्री की विवादास्पद बयानबाजी, उसके बाद मंत्रालयों के विभाजन को लेकर दोनों दलों में रार और अब अलगाववाद को त्यागकर मुख्यधारा में लौटे पीपुल्स कांफ्रेंस के चेयरमैन सज्जाद गनी लोन ने अपने विभागों पर नाराजगी जताते हुए सरकार के लिए नया संकट पैदा कर दिया है। सज्जाद के साथ-साथ पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के विधायक इमरान अंसारी ने भी अपना पदभार ग्रहण करने से इनकार कर दिया है।
नाराज लोन ने ली श्रीनगर की फ्लाइट
सज्जाद लोन ने बुधवार को अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए सुबह कार्यालय जाने के बजाय जम्मू एयरपोर्ट से श्रीनगर के लिए हवाई जहाज पकड़ना बेहतर समझा। भाजपा के कोटे से मंत्री बने सज्जाद गनी लोन को विज्ञान प्रौद्योगिकी और पशुपालन विभाग का जिम्मा सौंपा गया है, जबकि इमरान अंसारी को सूचना प्रौद्योगिकी, तकनीकी शिक्षा और युवा सेवा मामले विभाग दिए गए हैं।
लोन ने भाजपा नेताओं को दी जानकारी
सूत्रों ने बताया कि पीपुल्स कांफ्रेंस के सभी छोटे बडे़ नेता और कार्यकर्त्ता अपने चेयरमैन को मिले विभाग से खुश नहीं हैै। खुद लोन भी इससे नाराज हैं। उन्हें उम्मीद थी कि ग्रामीण विकास विभाग, राजस्व या बिजली विभाग उन्हें मिल सकता है। लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ है और पीपुल्स कांफ्रेंस ने इसे सज्जाद की बेइज्जती करार दिया है।उनके करीबियों ने बताया कि सज्जाद ने तथाकथित तौर पर भाजपा नेताओं को कह दिया है कि वह अपने साथ इस व्यवहार को सहन नहीं करेंगे।
पीडीपी नेता भी नाराज
सिर्फ लोन ही नहीं पीडीपी के इमरान अंसारी ने भी पार्टी संरक्षक और मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद के समक्ष अपनी नाराजगी को तथाकथित तौर पर व्यक्त कर दिया हैै। उन्होंने अपनी नाराजगी जताते हुए कहा कि कश्मीर में पीडीपी के खाते में पांच सीटें सिर्फ उनके खानदान की बदौलत ही आई हैं।
पीडीपी की सफाई
इस बीच,शिक्षा मंत्री नईम अख्तर जोकि पीडीपी के प्रमुख प्रवक्ता भी हैं, ने इस विवाद से संबधित सवालों को टालते हुए कहा कि विभागों को बंटवारा पूरी तरह से मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार होता है। सज्जाद लोन भाजपा के कोटे से मंत्री हैं और उन्हें कौन सा विभाग दिया जाए, यह भाजपा ने ही तय किया है और उसके बाद ही सामान्य प्रशासनिकि विभाग ने इस संदर्भ में अधिसूचना जारी की है।
दरअसल सज्जाद गनी लोन को गठबंधन सरकार में भाजपा के कोटे से कैबिनेट मंत्री बनाया गया है जबकि इमरान अंसारी पीडीपी के दिवंगत नेता मौलाना इफ्तिखार हुसैन अंसारी के पुत्र हैं। वह पटटन से चुनाव जीते हैं जबकि उनके चाचा ने पीडीपी के लिए श्रीनगर शहर में नेशनलल कांफ्रेंस से उसका मजबूत किला जडीबल क्षेत्र जीता है। गत मंगलवार को ही मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद ने अपने मंत्रिमंडल में विभागों का बंटवारा किया है।
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