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कार्यक्रम रोककर तो दिखाएं: विद्याराम

क्रिसमस-डे पर प्रस्तावित घर वापसी कार्यक्रम पर प्रशासन के प्रतिबंध से गुस्साये धर्म जागरण समिति के विभाग प्रमुख विद्याराम पांडेय ने कहा है कि कोई कार्यक्रम रोककर तो दिखाए। पांडेय के इस बयान से जाहिर है कि प्रशासन और धर्म जागरण समिति के बीच टकराव बढ़ता जा रहा है।

By Kamal VermaEdited By: Published: Sun, 14 Dec 2014 07:54 PM (IST)Updated: Sun, 14 Dec 2014 09:06 PM (IST)
कार्यक्रम रोककर तो दिखाएं:  विद्याराम

अलीगढ़। क्रिसमस-डे पर प्रस्तावित घर वापसी कार्यक्रम पर प्रशासन के प्रतिबंध से गुस्साये धर्म जागरण समिति के विभाग प्रमुख विद्याराम पांडेय ने कहा है कि कोई कार्यक्रम रोककर तो दिखाए। पांडेय के इस बयान से जाहिर है कि प्रशासन और धर्म जागरण समिति के बीच टकराव बढ़ता जा रहा है।

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प्रशासन किसी भी दशा में कार्यक्रम न होने देने का एलान कर चुका है तो संघ पूरी ताकत से दमदार तैयारी में जुटा हुआ है। रविवार को आगरा में संघ व धर्म जागरण समिति के प्रचारकों की बैठक के बाद सोमवार से प्रभावी रणनीति पर काम शुरू होगा। अलीगढ़ के मथुरा रोड स्थित श्री महेश्वर इंटर कॉलेज में समिति 25 दिसंबर को राष्ट्र रक्षा यज्ञ व हिंदू सम्मेलन में करीब 5000 लोगों की घर वापसी होनी है।

हालांकि, शनिवार को डीआइजी मोहित अग्रवाल मंडल में इस तरह के सभी कार्यक्रमों पर रोक लगा चुके हैं। इससे ¨हदूवादी और भड़क गए हैं। सुबह सात बजे आगरा रवाना होने से पहले समिति के विभाग प्रमुख विद्याराम पांडेय ने तल्ख लहजे में कहा कि कोई कार्यक्रम रोककर तो दिखाए। ¨हदुस्तान में क्या ¨हदू राष्ट्र रक्षा यज्ञ व ¨हदू सम्मेलन भी नहीं करा सकते हैं। हमारे कार्यक्रमों में प्रशासन सख्ती दिखा रहा है। तनिक दूसरे वर्गो की भी सख्ती करके दिखाए।

उधर समिति के महानगर संयोजक बृजेश कंटक ने कहा कि प्रशासन को कार्यक्रम की सच्चाई बतानी है। विरोधी दल और कुछ संगठन इसे धर्मातरण बताकर बदनाम कर रहे हैं, जबकि यह राष्ट्र रक्षा यज्ञ व ¨हदू सम्मेलन है। इस पर विवाद बेमानी है।

'धर्मातरण' पर एक हुए मुंबई तक के उलमा

आगरा। देवरी रोड स्थित वेद नगर के एक कोने में बसी कबाड़ बस्ती अब सुर्खियों में है। यहां राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के धर्म जागरण प्रकल्प द्वारा कराए गए धर्मातरण पर देश भर के मुस्लिम संगठन सक्रिय हो गए हैं। मुंबई की मशहूर सामाजिक एवं धार्मिक संस्था रजा अकादमी के सदस्यों ने पहले मुंबई और फिर आगरा में उलेमाओं के साथ बैठक की। रविवार को वेदनगर पहुंचे। कहा कि इस मामले को अब प्रदेश और केंद्र सरकार के सामने उठाएंगे।

आठ दिसंबर को यहां करीब 60 परिवारों के धर्मातरण और उनकी पुन: इस्लाम में कथित वापसी का मसला पूरे देश में चर्चा में है। रविवार सुबह लगभग दस बजे रजा अकादमी मुंबई के सदस्य वेदनगर पहुंचे। अकादमी के महासचिव मो. सईद नूरी और अन्य सदस्यों ने बस्ती वालों से बातचीत की। ठेकेदार इस्माइल ने सईद नूरी को बताया कि नंदकिशोर के साथ लगभग 40 लोग आए थे। जबरन हमारा धर्म परिवर्तन कराया। मो. नूरी ने ऑटो में लाया गया राशन बस्ती में बंटवाया।

उसके बाद मो. नूरी मीडिया से मुखातिब हुए। उनका कहना था कि जबरन धर्मातरण नहीं होना चाहिए। हमने गुरुवार को मुंबई में उलमा के साथ बैठक की। शनिवार को यहां के उलेमा से मिले। तय हुआ कि वेदनगर में बसे मुस्लिम परिवारों की मदद की जाए। प्रशासन के रुख से सभी उलेमा मुतमईन हैं। मुद्दा हिंदू और मुस्लिम का नहीं, बल्कि एक समूह और मुस्लिमों का है। इस मामले की हकीकत बताकर धर्मातरण पर सख्ती को प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मिलेगा।

नूरी के साथ आल इंडिया तहरीक तहफ्फुजे सुन्नियत के जिलाध्यक्ष मौलाना मसरूर रजा कादरी, इस्लामी इस्लाही तंजीम मुंबई के सचिव अब्दुल मन्नान, ख्वाजा गरीब नवाज दीनी इलाही तंजीम के अध्यक्ष डॉ. तसलीम रजा, एसएम चैरिटेबिल सोसायटी के डॉ. फरहत खान और मुफ्ती मुदस्सिर खान कादरी भी थे।

अलीगढ़ में धर्मातरण न रोका तो हम लेंगे एक्शन: मदनी

आगरा: शाम को वेदनगर पहंुचे जमीयत उलेमा-ए-हिंद के महासचिव एवं राज्यसभा सांसद मौलाना महमूद असद मदनी ने कहा कि जबरन धर्मातरण के लिए प्रदेश सरकार भी दोषी है। अलीगढ़ में 25 दिसंबर को धर्म जागरण और बजरंग दल के धर्मातरण कार्यक्रम को सख्ती से नहीं रोका गया, तो हमें भी एक्शन लेना पड़ेगा।

पढ़ें: 'घर वापसी' वाजिब नहीं तो धर्मातरण भी गलत


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