रिमोट से चल रही गुजरात सरकार, राहुल राज्य सरकार पर बरसे
राहुल गांधी ने राज्य सरकार को दिल्ली से रिमोट के जरिए चलने वाली मार्केटिंग वाली सरकार बताया।
शत्रुघ्न शर्मा, अहमदाबाद। कांग्रेस की नवसर्जन यात्रा के दूसरे दिन राहुल गांधी ने राज्य सरकार को दिल्ली से रिमोट के जरिए चलने वाली मार्केटिंग वाली सरकार बताया। राजकोट में राहुल ने पाटीदारों को आरक्षण की वकालत की, उन्होंने जय सरदार जय पाटीदार का नारा लिखी टॉपी पहनी तथा पाटीदार युवकों के साथ चर्चा की।
सौराष्ट्र जोन में तीन दिन की चुनावी यात्रा पर आए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने राजकोट के ओटारा, रामपरा, खिजरिया, टंकारा आदि गांवों का दौरा किया। किसानों से, युवाओं से, महिलाओं व विविध वर्ग के लोगों से मुलाकात के दौरान राहुल ने कहा कि गुजरात की भाजपा सरकार दिल्ली से रिमोट के जरिए चलती है। गुजरात से ही जनता के जरिए चलने वाली सरकार की जरूरत है, कांग्रेस सत्ता में आई तो वह जनता से संवाद के जरिए ही चलेगी। राज्य सरकार मार्केटिंग से चलने वाली सरकार है, चंद उद्योगपतियों के पैसों के दम पर प्रचार करती है। राहुल ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का आभार मानते हुए कहा कि यूएन में जाकर उन्होंने कांग्रेस के काम की मार्केटिंग की है। राहुल ने कहा भाजपा सरकार शिक्षा, स्वास्थ्य आदि प्राथमिक जरुरतों का भी निजीकरण कर देना चाहती है। राहुल ने किसानों संवाद में कहा कि राज्य का अमूल मॉडल किसानों व दुध उत्पादक महिला मंडलियों की देन है जो देश विदेश में विख्यात हो चुका है।
राहुल गांधी ने अपने पहले दिन की यात्रा में केन्द्र सरकार व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को आडे हाथ लिया लेकिन मंगलवार को दूसरे दिन राज्य सरकार को रिमोट से चलने वाली बताकर सरकार की कमियां उजागर की। पाटीदार युवकों ने राहुल का जोरदार स्वागत किया तथा उनहें जय सरदार जय पाटीदार लिखी टॉपी भी पहनाई, राहुल ने लगे हाथ पाटीदारों को आरक्षण की वकालत भी की। कांग्रेस पहले ही पिछडे सवर्ण वर्ग को आर्थिक आधार पर 20 फीसदी आरक्षण की घोषणा कर चुकी है। राहुल ने कहा कि कर्नाटक व पंजाब की कांग्रेस सरकारें किसानों के कर्ज माफ कर चुकी हैं, उत्तरप्रदेश सरकार ने कर्ज माफी के नाम पर किसानों को ठगा है।
नितिन पटेल का पलटवार
उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल ने राहुल पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस एक परिवार से चलने वाली पार्टी है। भाजपा में पीएम, सीएम अन्य नेता सभी अपनी मेहनत व योग्यता से पहुंचे हैं। कांग्रेस का सॉफ्टवेयर ही पुराना हो चुका है, कांग्रेस में दूसरे कैडर के नेता तैयार नहीं हैं, गांधी परिवार भी नहीं चाहती कि कोई नेता पार्टी में उभरे।