फर्जी कंपनियों के मामले में आरबीआई ने खारिज किए ईडी के सुझाव
ईडी चाहता है कि लेनदेन पर नजर रखने के लिए आरबीआई में एक खास सिस्टम बनाया जाए और केंद्रीय बैंक के पास आरटीजीएस ट्रांसफर होने वाली रकम की जानकारी हो।
मुंबई, एजेंसी। शेल यानी फर्जी कंपनियों के जरिए काला धन वैध बनाने का गोरखधंधा करने वालों को पकड़ना मुश्किल होता जा रहा है। एक रिपोर्ट के मुताबिक प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) चाहता है कि मोटी रकम के अवैध लेनदेन पकड़ने के लिए रिजर्व बैंक एक ठोस व्यवस्था बनाए, लेकिन आरबीआई ने इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया है। अब प्रधानमंत्री कार्यालय यह मामला सुलझाने में जुटा है।
सूत्रों के मुताबिक, ईडी चाहता है कि लेनदेन पर नजर रखने के लिए आरबीआई में एक खास सिस्टम बनाया जाए और केंद्रीय बैंक के पास आरटीजीएस ट्रांसफर होने वाली रकम की जानकारी हो। रिजर्व बैंक के पास एक बैंक से दूसरे बैंक में रकम ट्रांसफर की जानकारी भी हो। इसके अलावा मॉनिटरिंग सिस्टम में संदेह होने पर अलर्ट करने की व्यवस्था हो। फिलहाल आरबीआई और बैंकों के आंकड़ों में कोई तालमेल नहीं होता।
रिपोर्ट के मुताबिक, रिजर्व बैंक ने ईडी का प्रस्ताव खारिज कर दिया है। आरबीआई की दलील है कि संदेह होने पर बैंकों की ओर से फाइनेंशियल इंटेलीजेंस यूनिट (एफआईयू) को जानकारी भेजी जाती है, लिहाजा एफआईयू की जानकारी के आधार पर ईडी जांच कर सकता है। आरबीआई ने इस मामले को लेकर प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) को चिट्ठी लिखी है। पीएमओ ने वित्त मंत्रालय से मामला सुलझाने को कहा है।
यह भी पढ़ें: चकमा, हाजोंग शरणार्थियों को नहीं मिलेगा मूल निवासियों जैसा अधिकार