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BSF जवान के वीडियो पर जवाब, वो अपने सीनियर्स पर तान देता था गन

सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक पर बीएसएफ जवान ने वीडियो शेयर किया तो इस मामले ने अब तूल पकड़ लिया है। केंद्र सरकार के दखल के बाद बीएसएफ के अफसर लगातार बयान दे रहे हैं।

By Sachin BajpaiEdited By: Published: Mon, 09 Jan 2017 10:20 PM (IST)Updated: Tue, 10 Jan 2017 01:36 PM (IST)
BSF जवान के वीडियो पर जवाब, वो अपने सीनियर्स पर तान देता था गन

नई दिल्ली, प्रेट्र। जम्मू-कश्मीर में भारत-पाकिस्तान सीमा पर तैनात सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के एक जवान ने वीडियो के जरिये आरोप लगाया है कि खराब गुणवत्ता का खाना देकर उनके साथ 'अत्याचार' किया जा रहा है। यही नहीं, कई बार तो उन्हें खाली पेट भी सोना पड़ता है। इस मामले पर बीएसएफ के अधिकारियों के एक के बाद एक बयान आ रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि ये जवान अपने से सानियर अधिकारियों के दिशा निर्देशों का पालन नहीं करता था और उनके ऊपर गन तान देता था।

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इस मामले पर बीएसएफ के डीआईजी एसडीएस मान ने कहा है कि बीएसएफ के जवान के वीडियो के बाद इस मामले में जांच के आदेश दे दिए हैं। उन्होंने ये भी कहा कि उस जवान ने 20 साल के कार्यकाल में 4 बार बुरा बर्ताव किया और इसलिए उसे प्रमोशन भी नहीं मिला, हो सकता है कि इसी निराशा की वजह से उसने ये वीडियो बनाया हो।

मामले में केंद्र सरकार के दखल के बाद बीएसएफ के अफसरों के लगातार बयान आ रहे हैं। मामले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए बीएसएफ के आईजी डीके उपाध्याय ने कहा कि मामला बहुत गंभीर है और इस मामले की जांच होगी साथ ही सख्त कार्रवाई भी की जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने बीएसएफ के डीआईजी के उलट बयान देते हुए कहा कि वो इस बात से समहत है कि खाने की गुणवत्ता उतनी अच्छी नहीं है जितनी होनी चाहिए लेकिन ये बात भी सच है कि इस मामले पर पहले कभी किसी ने शिकायत नहीं की।

उन्होंने अधिक जानकारी देते हुए ये भी कहा कि वीडियो बनाने वाले जवान का कोर्ट मार्शल किया जा चुका है। जवान के परिवार का खयाल करते हुए उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं की गई। उन्होंने ये भी कहा कि अगर जवान फेसबुक पर वीडियो पोस्ट न करता और सीधे अपने अधिकारी से शिकायत करता तो अच्छा रहता है। इसके साथ ही उन्होंने ये भी सवाल खड़ा किया कि ड्यूटी के दौरान जवानों को मोबाइल फोन इस्तेमाल करना मना है। तेज बहादुर ने ऐसा कैसे किया बीएसएफ इसकी भी जांच करेगा।

तो वहीं शिकायत सामने आने पर केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने 'उचित कार्रवाई' के आदेश दिए हैं।

चार मिनट की अवधि वाले तीन अलग-अलग इन वीडियो को सोशल मीडिया पर बीएसएफ की 29वीं बटालियन के कांस्टेबल टीबी यादव (40) ने अपलोड किया है। वर्दी पहने और राइफल लिए कांस्टेबल यादव वीडियो में दावा कर रहा है कि सरकार उनके लिए जरूरी चीजें खरीदती है, लेकिन उनके वरिष्ठ और अधिकारी उन्हें 'गैरकानूनी' तरीके से बाजार में 'बेच' देते हैं, जिसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ता है। वीडियो में कांस्टेबल यादव ने वह खाना दिखाया है जो कथित रूप से उसे परोसा जा रहा है।

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वह कहता है, 'नाश्ते में हमें बिना अचार या सब्जी के सिर्फ पराठा और चाय मिलती है.. हमें 11 घंटों तक कठिन परिश्रम करना पड़ता है और कई बार तो पूरी ड्यूटी के दौरान खड़े ही रहना पड़ता है। दोपहर के खाने में, हमें रोटी के साथ 'दाल' मिलती है जिसमें सिर्फ हल्दी और नमक ही होता है। ऐसी गुणवत्ता का खाना हमें मिल रहा है.. एक जवान कैसे अपनी ड्यूटी कर सकता है? मैं प्रधानमंत्री से जांच की मांग करता हूं.. कोई हमारी मुश्किलों को नहीं दिखाता। यह हमारे खिलाफ अत्याचार और अन्याय है।'

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यादव कहता है कि यह वीडियो शूट करने और अपलोड करने की वजह से उसके खिलाफ शायद कड़ी कार्रवाई की जाएगी और वह शायद यहां नहीं रह पाएगा। उसने लोगों से अनुरोध किया कि वह इस मुद्दे को आगे बढ़ाएं ताकि सुधारात्मक कदम उठाए जा सकें।वीडियो सामने आने के बाद गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट किया, 'बीएसएफ जवान की मुश्किल वाला वीडियो मैंने देखा है। मैंने गृह सचिव से कहा है कि वह तुरंत बीएसएफ से रिपोर्ट मांगे और उचित कार्रवाई करें।'

बीएसएफ ने भी वीडियो पर संज्ञान लिया और आधिकारिक ट्विटर एकाउंट से ट्वीट कर बताया कि मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। इसके अलावा उपमहानिरीक्षक (डीआइजी) स्तर के एक अधिकारी को उस जवान की तैनाती वाली जगह पर भेजा गया है जो वहां पहुंच भी गए हैं। बीएसएफ के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि नियंत्रण रेखा पर तैनात बल के जवान सेना की ऑपरेशनल कमांड में काम करते हैं और वही उन्हें खाना और अन्य चीजें मुहैया कराते हैं।

हालांकि, खाना बनाने और अन्य प्रशासनिक कार्य बीएसएफ ही करता है।चार बार दंडित हो चुका है आरोप लगाने वाला जवानउक्त अधिकारी ने बताया कि टीबी यादव 1996 में बीएसएफ में भर्ती हुआ था और उसे पूर्व में चार बार बड़े दंड दिए जा चुके हैं। अनुशासनहीनता के आरोप में उसे चेतावनियां भी जारी की जा चुकी हैं। उन्होंने बताया कि उसने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के लिए भी आवेदन किया हुआ है।

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