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मैं दाऊद से लड़ा, सीबीआइ अब मुझ पर ही लगा रही आरोप: पांडियान

सीबीआइ ने सोहराबुद्दीन शेख मुठभेड़ मामले में पांडियान को बरी करने के फैसले को हाई कोर्ट में चुनौती दी है।

By Manish NegiEdited By: Published: Sat, 24 Feb 2018 10:32 PM (IST)Updated: Sun, 25 Feb 2018 12:31 PM (IST)
मैं दाऊद से लड़ा, सीबीआइ अब मुझ पर ही लगा रही आरोप: पांडियान
मैं दाऊद से लड़ा, सीबीआइ अब मुझ पर ही लगा रही आरोप: पांडियान

मुंबई, प्रेट्र। मैं दाऊद और पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ से लड़ा और अब सीबीआइ मुझ पर ही आरोप लगा रही है। शनिवार को अपने वकील महेश जेठमलानी के जरिये गुजरात के आइपीएस अधिकारी राजकुमार पांडियान ने बांबे हाई कोर्ट में यह दलील दी। सीबीआइ ने सोहराबुद्दीन शेख मुठभेड़ मामले में पांडियान को बरी करने के फैसले को हाई कोर्ट में चुनौती दी है। सीबीआइ ने 2010 में गुजरात सीआइडी से मुठभेड़ मामले की जांच अपने हाथ में ले ली थी। सीबीआइ ने पांडियान पर फर्जी सुबूत गढ़ने का आरोप लगाया है।

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वरिष्ठ अधिवक्ता महेश जेठमलानी ने कोर्ट को बताया, 'मेरे (पांडियान) पास यह साबित करने के लिए पुख्ता दस्तावेजी सुबूत हैं कि कथित अपहरण के दिन मैं हैदराबाद में नहीं था।' सीबीआइ के मुताबिक, सोहराबुद्दीन, उसकी पत्नी कौसर बी और उसके साथी तुलसीराम प्रजापति का गुजरात पुलिस ने 22-23 नवंबर, 2005 की रात अपहरण कर लिया था। तब वे तीनों एक निजी बस से हैदराबाद से सांगली जा रहे थे। सीबीआइ के अनुसार गैंगस्टर सोहराबुद्दीन के आतंकियों से संबंध थे।

पांडियान की ओर से अधिवक्ता ने कहा, 'मैंने 23 नवंबर, 2005 को अहमदाबाद जाने के लिए हैदराबाद से फ्लाइट पकड़ी थी.. हालांकि सीबीआइ का दावा है कि मैं कभी फ्लाइट से नहीं गया। मुझे कवर-अप करने के लिए मेरे टिकट पर कांस्टेबल अजय परमार ने विमान से यात्रा की।' उन्होंने कहा, 'यहां यह बताना उचित होगा कि वह एयर इंडिया की एक अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट थी, जहां हर यात्री का पहचान पत्र चेक किया गया था।' 'सीबीआइ ने हैदराबाद एयरपोर्ट पर जमा कस्टम घोषणा फार्म को सुबूत के रूप में पेश किया है। यह पांडियान के नाम से भरा था, लेकिन हस्ताक्षर परमार के दिख रहे थे।'

जेठमलानी ने कहा, 'एजेंसी ने दावा किया है कि यह साबित करता है कि परमार ने पांडियान के टिकट पर यात्रा की। लेकिन ये फर्जी दस्तावेज हैं। मैं पीडि़त हूं.. सीबीआइ की झूठी जांच का शिकार।' अधिवक्ता ने कहा, 'मैं वह प्रमुख अधिकारी था, जिसने खुफिया ब्यूरो (आइबी) का एसपी रहते हुए दाऊद इब्राहिम और आइएसआइ से मुकाबला किया। मेरे पास पुख्ता दस्तावेज हैं और अब सीबीआइ मुझे ही कमजोर करने की कोशिश कर रही है।'


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