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राजस्‍थान की नैतिक शिक्षा की किताब में आसाराम 'महान संत'

नाबालिग छात्रा के यौन उत्पीड़न के आरोप में करीब 23 महीने से जोधपुर सेंट्रल जेल में बंद आसाराम को नैतिक शिक्षा की पुस्तक में महान संत बताया गया है। यह कारनामा किया है दिल्ली के एक प्रकाशक ने। एनसीईआरटी के पैटर्न पर आधारित इस पुस्तक में देश के लिए अमूल्य

By Sanjay BhardwajEdited By: Published: Sun, 02 Aug 2015 10:07 AM (IST)Updated: Sun, 02 Aug 2015 03:46 PM (IST)

जोधपुर। नाबालिग छात्रा के यौन उत्पीड़न के आरोप में करीब 23 महीने से जोधपुर सेंट्रल जेल में बंद आसाराम को नैतिक शिक्षा की पुस्तक में महान संत बताया गया है। यह कारनामा किया है दिल्ली के एक प्रकाशक ने। एनसीईआरटी के पैटर्न पर आधारित इस पुस्तक में देश के लिए अमूल्य योगदान देने वाले महान संतों और महात्माओं के साथ आसाराम का फोटो प्रकाशित किया गया है।

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यह पुस्तक जोधपुर में तीसरी कक्षा के बच्चों को 80 से ज्यादा स्कूलों में पढ़ाई जा रही है। दिल्ली के गुरुकुल एजुकेशन बुक्स की ओर से नैतिक शिक्षा एवं सामान्य ज्ञान विषय पर प्रकाशित 'नया उजाला' किताब के पेज नंबर 40 पर प्रसिद्ध संतों के फोटो प्रकाशित किए गए हैं। इनमें गौतम बुद्ध, स्वामी विवेकानंद, गुरुनानक, मीरा बाई के चित्र शामिल हैं। प्रकाशक ने 12 महान संतों की फेहरिस्त में स्वयंभू संत आसाराम और योग गुरु रामदेव को भी शामिल किया है। तस्वीर के साथ संकेत में उन्हें आसाराम बापू लिखा गया है। मामला उजागर होने के बाद राजस्थान के शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी ने जांच के आदेश दिए हैं।

प्रकाशक ने किताबें बाजार से वापस लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। प्राथमिक शिक्षा अधिकारी चेतन प्रकाश सैनी ने कहा कि नैतिक शिक्षा की पुस्तक में आसाराम को संत के रूप में पढ़ाने वाले स्कूलों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा जाएगा।


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