एक साल की मोदी सरकार में रेल यात्रियों को मिली ये सुविधाएं
रेलवे में सुधार पर नरेंद्र मोदी सरकार का विशेष ध्यान है। इसलिए रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों में यात्री सुविधाएं बढ़ाने की कोशिश शुरू की गई है। चाहे रेलवे स्टेशनों व ट्रेनों में साफ-सफाई का मामला हो या फिर सफर के दौरान मिलने वाले भोजन की गुणवत्ता का या फिर अन्य
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। रेलवे में सुधार पर नरेंद्र मोदी सरकार का विशेष ध्यान है। इसलिए रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों में यात्री सुविधाएं बढ़ाने की कोशिश शुरू की गई है। चाहे रेलवे स्टेशनों व ट्रेनों में साफ-सफाई का मामला हो या फिर सफर के दौरान मिलने वाले भोजन की गुणवत्ता का या फिर अन्य यात्री सुविधाओं का इन सभी में सुधार हो रहा है।
इस दिशा में पिछले एक वर्ष में उत्तर रेलवे ने भी कई कदम उठाए हैं। स्टेशनों पर एस्क्लेटर और लिफ्ट लगाई जा रही हैं। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को वाई-फाई सुविधा मिलने लगी है। बिना फाटक वाले रेलवे क्रासिंग पर होने वाली दुर्घटनाओं को टालने के लिए सीमित ऊंचाई वाले सब-वे बनाए जा रहे हैं।
इन प्रयासों के बाद भी अभी बहुत कुछ करने की जरूरत है। यात्रियों को सबसे ज्यादा परेशानी ट्रेनों की लेटलतीफी से हो रही है। वहीं, टिकट दलालों का आतंक भी बरकरार है। रेल प्रशासन की लाख कोशिश के बावजूद कंफर्म टिकट मिलना मुश्किल है। इसलिए इस दिशा में सख्त कदम उठाए जाने की जरूरत है।
नई ट्रेनें चलाई गईं
वर्ष 2014-15 के रेल बजट में 53 एक्सप्रेस और पांच पैंसेंजर ट्रेनें चलाने की घोषणा की गई थी। इसमें से उत्तर रेलवे की 14 ट्रेनें हैं। पिछले एक वर्ष में 56 महत्वपूर्ण ट्रेनों में स्थायी रूप से अतिरिक्त कोच लगाए गए हैं। त्योहार तथा अन्य अवसरों पर ट्रेनों में होने वाली भीड़ को ध्यान में रखते हुए वर्ष 2014-15 में 8291 विशेष ट्रेनें चलाई गईं जबकि वर्ष 2013-14 में 6966 विशेष ट्रेनें चलाई गई थी। वहीं, इस वर्ष गर्मी छुट्टी में होने वाली भीड़ को ध्यान में रखकर अब तक लगभग 1712 ट्रेनें चलाने तथा 82 ट्रेनों में अस्थायी रूप से अतिरिक्त कोच लगाने की घोषणा की गई है।
स्टेशनों पर चला स्वच्छता अभियान
नई दिल्ली, पुरानी दिल्ली सहित अन्य बड़े रेलवे स्टेशनों को चमकाने के लिए जोरशोर से स्वच्छता अभियान चलाया गया। उच्च अधिकारियों को अलग-अलग रेलवे स्टेशनों की जिम्मेदारी दी गई थी। इस अभियान से स्टेशनों पर सफाई व्यवस्था बेहतर हुई है। रेलवे पटरियों को साफ करने का अभियान भी शुरू किया गया है। माता वैष्णो देवी की यात्र करने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए उत्तर रेलवे ने कटड़ा तक रेल सेवा की शुरुआत कर दी है। प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी ने पिछले वर्ष इस सेवा का उद्घाटन किया था।
रेल-रोड टिकट योजना की शुरुआत
उत्तर रेलवे ने पहली बार जम्मू-कश्मीर में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए रेल-रोड टिकट योजना की शुरुआत की है। अब घाटी जाने वाले पर्यटकों को ऊधमपुर तक ट्रेन से तथा इससे आगे की यात्र बस से करने की सुविधा रेल प्रशासन उपलब्ध करा रहा है। अनारक्षित टिकट लेने में होने वाली परेशानी को दूर करने के लिए गुड़गांव, शकूरबस्ती व गाजियाबाद में एक-एक, सोनीपत में दो, रोहतक में चार और पानीपत में पांच ऑटोमेटिक टिकट वेंडिंग मशीन लगाई गई हैं।
उत्तर रेलवे के विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर 64 जनसाधारण टिकट बुकिंग सेवक तथा 97 स्टेशन टिकट बुकिंग सेवक केंद्र तथा तीन यात्री टिकट सेवा केंद्र शुरू किए गए हैं। इससे टिकट काउंटर से बाहर भी यात्रियों को टिकट खरीदने की सुविधा उपलब्ध हुई है। यात्र के दौरान यात्रियों को मनपसंद भोजन मिल सके, इसके लिए ई-कैटरिंग की सुविधा शुरू की गई है।
हालांकि, अभी यह सुविधा उत्तर रेलवे की दस राजधानी एक्सप्रेस, 11 शताब्दी एक्सप्रेस, दो दूरंतो एक्सप्रेस तथा 13 अन्य एक्सप्रेस ट्रेनों में उपलब्ध है। इस वर्ष अन्य ट्रेनों में इसका विस्तार किए जाने की योजना है। यात्रियों को सफर के दौरान मोबाइल चार्ज करने में होने वाली परेशानी को दूर करने के लिए भी कदम उठाए गए हैं। पिछले एक वर्ष में उत्तर रेलवे ने 200 स्लीपर कोच तथा 750 जनरल कोच में मोबाइल चार्जिग प्वाइंट लगाए हैं।
टिकट आरक्षण काउंटरों पर बढ़ी सुविधा
रेलवे आरक्षण केंद्रों में भी सुविधाएं बढ़ी हैं। विभिन्न ट्रेनों में उपलब्ध सीटों की स्थिति बताने के लिए नई दिल्ली में डिस्प्ले सिस्टम लगाया गया है। इसके साथ ही अंतरराष्ट्रीय पर्यटन ब्यूरो में भी आरक्षण टिकट काउंटर शुरू किया गया है। टिकट के दलालों पर नकेल कसने के लिए महत्वपूर्ण शहरों में स्थित आरक्षण केंद्रों में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर चार आधुनिक पूछताछ केंद्र की शुरुआत हुई है।
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