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रेल मंंत्री सुरेश प्रभु ने की अपील, बॉयो टॉयलेट के लिए आगे आएं उद्योग जगत

रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने इंडिया सैनिटेशन कांक्लेव में की उद्योग जगत से अपील किया वे लोग स्वच्छता कार्यक्रम के प्रचार और प्रसार में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लें।

By Lalit RaiEdited By: Published: Thu, 27 Apr 2017 08:40 PM (IST)Updated: Fri, 28 Apr 2017 05:46 AM (IST)
रेल मंंत्री सुरेश प्रभु ने की अपील, बॉयो टॉयलेट के लिए आगे आएं उद्योग जगत
रेल मंंत्री सुरेश प्रभु ने की अपील, बॉयो टॉयलेट के लिए आगे आएं उद्योग जगत

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने उद्योग जगत से अपील की है कि वह रेलवे स्टेशनों पर बायो टॉयलेट के निर्माण और रख-रखाव में सहयोग के लिए बड़े स्तर पर आगे आएं। इसी तरह उन्होंने उद्योग जगत को पानी रहित, गंध रहित और वैक्यूम आधारित शौचालय विकसित करने में मदद की अपील भी की। यह बात उन्होंने पहले सैनिटेशन अवार्ड और इंडिया सैनिटेशन कांक्लेव के दौरान कही। इसका आयोजन इंडिया सैनिटेशन कोएलीशन ने(आइएससी) और फिक्की ने किया था। 'जागरण पहल' इस कार्यक्रम के प्रमुख प्रायोजकों में से है।

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प्रभु ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर शुरू किया गया स्वच्छ भारत अभियान बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है। खुले में शौच से मुक्त होने के लिए राज्यों के बीच होड़ लग गई है। उन्होंने कहा कि देश को इस लिहाज से आगे बढ़ाने के लिए स्थानीय प्रयासों के साथ ही अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञता भी मददगार साबित हो सकती है। पेयजल और स्वच्छता मंत्रालय के सचिव परमेश्वरन अय्यर ने कहा कि लोगों के व्यवहार में भी बदलाव लाने की जरूरत है। परमार्थ निकेतन के स्वामी चिदानंद सरस्वती ने कहा कि देश को मंदिर और धार्मिक स्थल बनाने से पहले शौचालय बनाने की जरूरत है। फिक्की के प्रेसिडेंट पंकज पटेल ने कहा कि उद्योग जगत के लिए स्वच्छता का विषय महज कारपोरेट सोशल रिस्पांसिबलिटी (सीएसआर) तक सीमित नहीं रहना चाहिए बल्कि इस पर समग्रता से ध्यान दिए जाने की जरूरत है।

इंडिया सैनिटेशन कोएलीशन की संस्थापक और प्रमुख नैना लाल किदवई ने कहा कि सभी परिवारों और कार्यस्थलों पर शौचालय उपलब्ध करवाना होगा। साथ ही अपशिष्ट के सुरक्षित निष्पादन को भी सुनिश्चित करना होगा। हिंदुस्तान यूनिलीवर के सीईओ संजीव मेहता ने कहा कि देश को खुले में शौच से मुक्ति दिलाने के लिए सिर्फ ढांचागत सुविधाएं खड़ा करने की जरूरत नहीं है, बल्कि लोगों म जागरुकता लाना भी उतना ही जरूरी है। इस दौरान विभिन्न श्रेणियों में पुरस्कार भी दिए गए।


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