हरियाणा जातीय हिंसा भाजपा की फूट डाल राज करने की नीति का हिस्सा
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि पिछले दिनों हरियाणा में हुए दंगे और कुछ नहीं बल्कि बीजपी की फूट डालो और शासन करो की नीति का नतीजा है।
अनुराग अग्रवाल, चंडीगढ़ : कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने हरियाणा में जाट आरक्षण आंदोलन के दौरान हुए दंगों के लिए सीधे तौर पर भाजपा और आरएसएस को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में हुए दंगे भाजपा की राजनीतिक साजिश और फूट डालो राज करो की नीति का हिस्सा थे। हरियाणा जलता रहा और भाजपा सरकार देखती रही। हरियाणा में दंगों से पहले भाजपा उत्तर प्रदेश, बिहार और गुजरात में अपनी इस नीति पर काम कर चुकी है। राहुल ने जल्द ही राज्य के दंगा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने तथा पीडि़तों से मिलने हरियाणा आने की बात कही है।
नई दिल्ली स्थित 12 तुगलक रोड आवास पर हरियाणा के चुनिंदा पत्रकारों से संवाद में राहुल गांधी ने राज्य में पार्टी के विस्तार के संकेत भी दिए। उन्होंने राजस्थान, कनार्टक, दिल्ली और केरल के पत्रकारों से भी संवाद किया। इस दौरान कांग्रेस मीडिया विभाग के चेयरमैन रणदीप सिंह सुरजेवाला मौजूद रहे। पंजाब और उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने का दावा करते हुए राहुल ने कहा कि उत्तर भारत में कांग्रेस फिर से लौट रही है। मोदी के साथ उन्होंने केजरीवाल पर भी निशाना साधा।
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पंजाब में आम आदमी पार्टी (आप) के बढ़ते ग्राफ पर उन्होंने कहा कि दिल्ली से पैसे कमाकर केजरीवाल पंजाब में पानी की तरह बहा रहे हैं। बेशक आज के दिन आप की हवा नजर आ रही है लेकिन जीत कांग्रेस की होगी। अभी तो कांग्रेस ने अपना प्रचार शुरू ही किया है। समय आने पर मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार का एलान भी कर दिया जाएगा।
मुझे यूके का नागरिक बताते हैं
रॉबर्ट वाड्रा के भूमि सौदों की जांच और अगस्ता हेलीकॉप्टर डील पर भाजपा के आरोपों पर राहुल गांधी पूरी तरह से बेफिक्र दिखे। उन्होंने भाजपा से हमलावर अंदाज में पूछा कि उनकी सरकार बने कितना समय हो गया। अगस्ता हेलीकॉप्टर डील मामला हो फिर वाड्रा जमीन सौदा, इनका तो काम ही बदनाम करना है। मुझे यूके का नागरिक बता देते हैं। अगर है तो उसकी सच्चाई सामने लाएं।
बड़ी जिम्मेदारी से नहीं बच रहा
राहुल गांधी ने परिवारवाद की राजनीति पर सफाई दी। बोले कि पहले मैं एक इंसान हूं। फिर हिंदुस्तानी और आखिर में कांग्रेसी। कांग्रेस मेरी रग रग में है। यह आरोप लगाना कि कांग्रेस परिवार विशेष चला रहा है, पूरी तरह से गलत है। हमारे परिवार का त्याग सबके सामने है। अगर राजनीति में पद की ही कोई लालसा होती तो मैं प्रधानमंत्री नहीं बन गया होता। राहुल ने बातों ही बातों में संकेत दिए कि कांग्रेस में वह सर्वोच्च जिम्मेदारी से भाग नहीं रहे हैं।
करेला पसंद नहीं
राहुल गांधी की कोशिश दोपहर का भोजन सोनिया गांधी और बहन प्रियंका के साथ करने की रहती है। राहुल सुबह शाम जूडो करते हैं। मेडिटेशन भी उनकी दिनचर्या में शामिल है। खाने में उन्हें करेला पसंद नहीं है। दिन भर मुलाकात के बाद रात को राजनीति पर अध्ययन किया जाता है।