Move to Jagran APP

चेन्नई में विपक्षी नेताओं के जमावड़े की राहुल करेंगे अगुआई

राष्ट्रपति चुनाव पर जारी सियासी सरगर्मियों के दौरान चेन्नई में करुणानिधि के जन्मदिन के जलसे को विपक्षी एकजुटता का महामंच बनाने की पूरी तैयारी है।

By Manish NegiEdited By: Published: Fri, 19 May 2017 08:59 PM (IST)Updated: Fri, 19 May 2017 08:59 PM (IST)
चेन्नई में विपक्षी नेताओं के जमावड़े की राहुल करेंगे अगुआई
चेन्नई में विपक्षी नेताओं के जमावड़े की राहुल करेंगे अगुआई

नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। द्रमुक प्रमुख करुणानिधि के जन्मदिन के मौके पर विपक्षी नेताओं के चेन्नई में होने वाले जमावड़े में कांग्रेस की अगुआई पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी करेंगे। खराब सेहत की वजह से कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के समारोह में जाने की गुंजाइश काफी कम है।

loksabha election banner

राष्ट्रपति चुनाव पर जारी सियासी सरगर्मियों के दौरान चेन्नई में करुणानिधि के जन्मदिन के जलसे को विपक्षी एकजुटता का महामंच बनाने की पूरी तैयारी है। इसीलिए कांग्रेस नेतृत्व भी इस आयोजन की राजनीतिक अहमियत को देखते हुए इसे पूरी तवज्जो दे रहा है। आयोजन का न्योता देने आईं द्रमुक प्रमुख की सांसद बेटी कनीमोरी को सोनिया गांधी ने खुद इसमें शामिल होने की हामी भरी थी। मगर पिछले हफ्ते फूड प्वाइजनिंग की वजह से बीमार हुई सोनिया को चार दिन अस्पताल में बिताने पड़े।

पार्टी हलकों से मिले संकेतों के अनुसार, खराब सेहत के मद्देनजर ही सोनिया के 3 जून को चेन्नई जाने की संभावनाएं कम हैं। जाहिर तौर पर सोनिया के नहीं जाने की स्थिति में राहुल गांधी ही कांग्रेस की कमान संभालेंगे। हालांकि, समारोह में सोनिया और राहुल दोनों को ही न्योता दिया गया है।

इस आयोजन में विपक्षी एकजुटता की पहली बड़ी झलक दिखलाने के अलावा राष्ट्रपति चुनाव को लेकर भी विपक्ष चेन्नई में अपनी रणनीति को अंतिम रूप देगा। एचडी देवेगौड़ा, शरद पवार, ममता बनर्जी, नीतीश कुमार, लालू प्रसाद यादव, शरद यादव, सीताराम येचुरी, फारूक अब्दुल्ला समेत विपक्ष के तमाम दिग्गज इस मौके पर मौजूद रहेंगे। इसलिए माना जा रहा है कि चेन्नई के इस आयोजन में राष्ट्रपति चुनाव की रणनीति के बहाने अगले लोकसभा चुनाव के लिए विपक्षी महागठबंधन की बुनियाद रखने की रूपरेखा पर भी मंथन होगा।

राष्ट्रपति चुनाव में राजग के पास पर्याप्त बहुमत को देखते हुए विपक्षी दलों ने आम सहमति से अगले राष्ट्रपति का चुनाव कराने का दांव चला है। मगर सरकार ने विपक्ष की इस पेशकश पर कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की है। विपक्षी दल सरकार के आम सहमति पर राजी नहीं होने की स्थिति में उम्मीदवार उतारने का सैद्धांतिक फैसला पहले ही कर चुके हैं। पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल गोपाल कृष्ण गांधी को विपक्ष ने राष्ट्रपति पद के लिए अपने संभावित उम्मीदवार के तौर पर चिन्हित भी कर रखा है।

यह भी पढ़ें: हुआ कमी का अहसास, अब सड़क पर उतरकर सरकार पर सीधा हमला करेंगे राहुल


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.