Move to Jagran APP

मछुआरों के हितों को नुकसान पहुंचा रही सरकार

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार पर तटीय राज्यों के मछुआरों के हितों के खिलाफ काम करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि 'सूट बूट की सरकार' द्वारा लगाए प्रतिबंध के चलते वह मछली नहीं पकड़ पा रहे हैं, जबकि महाजाल वाली विदेशी

By Sudhir JhaEdited By: Published: Mon, 11 May 2015 07:38 PM (IST)Updated: Mon, 11 May 2015 08:26 PM (IST)
मछुआरों के हितों को नुकसान पहुंचा रही सरकार

नई दिल्ली। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार पर तटीय राज्यों के मछुआरों के हितों के खिलाफ काम करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि 'सूट बूट की सरकार' द्वारा लगाए प्रतिबंध के चलते वह मछली नहीं पकड़ पा रहे हैं, जबकि महाजाल वाली विदेशी नौकाओं को इसकी अनुमति दी गई है। प्रतिबंध हटाने की मांग करते हुए राहुल ने मोदी सरकार पर कमजोर वर्ग के हितों को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया।

loksabha election banner

हालांकि केंद्रीय जहाजरानी मंत्री नितिन गडकरी ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि मछली पकड़ने पर कोई रोक नहीं है। साथ ही महाजाल वाली किसी विदेशी नौका को सरकार ने अनुमति नहीं दी है। इससे पहले कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने संसद परिसर में कहा कि सरकार ने भारतीय मछुआरों के मछली पकड़ने पर प्रतिबंध बढ़ा दिया है। साथ ही उसने महाजाल वाली विदेशी नौकाओं को इसकी अनुमति दे दी है। उन्होंने कहा कि तटीय राज्यों के लिए यह बड़ा मुद्दा है। हमारी सरकार किसानों, मछुआरों और श्रमिकों के हितों के खिलाफ काम कर रही है। सरकार को प्रतिबंध हटा लेना चाहिए और हमारे मछुआरों को काम करने देना चाहिए।

कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि यह 'सूट बूट की सरकार' न केवल किसानों को बल्कि प्रत्येक उस व्यक्ति को नुकसान पहुंचा रही है, जो कमजोर है। प्रत्येक व्यक्ति जो अपनी आजीविका के लिए जीतोड़ काम करता है। चाहे वह मछुआरा हो, किसान हो या श्रमिक हो, इन सभी को सरकार से नुकसान पहुंच रहा है। राहुल ने कहा कि पहले यह सरकार किसानों और श्रमिकों के खिलाफ थी। अब वह मछुआरों के भी खिलाफ है।

पढ़ेंः बंजर भूमि में बीज डाल रही है कांग्रेसः योगी


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.